मध्य प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. इन्हीं में से एक लाडली बहना योजना बहुत ही कम समय में इतनी लोकप्रिय हो गई है कि कई राज्यों में इसकी तर्ज पर महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है. इसी क्रम में आज मध्य प्रदेश में इस योजना की राशि महिलाओं के खाते में भेजी गई. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज देर शाम 1.29 करोड़ लाडली बहनों के खाते में 1573 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की. योजना के तहत हर महिला लाभार्थी के खाते में 1250 रुपये भेजे गए.
सीएम एलपीजी सिलेंडर भरवाने के लिए 26 लाख बहनों को 55 करोड़ रुपये जारी किए गए. इसके अलावा 55 लाख रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों को 333 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई. सीएम राज्य की आर्थिक राजधानी इंदौर के नेहरू स्टेडियम से यह राशि जारी की.
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बता दें कि लाडली बहना योजना के तहत अब तक जून 2023 से अक्टूबर 2024 तक कुल 17 किस्तें दी जा चुकी हैं. इसके अलावा अगस्त 2023 और अगस्त 2024 में (दो बार) लाडली बहनों को 250 रुपये अतिरिक्त विशेष आर्थिक सहायता के रूप में पैसे दिए गए है. योजना की शुरुआत के समय महिलाओं को एक हजार रुपये महीना किस्त के रूप में दिए जाते थे, जिसे अक्टूबर 2023 से 250 रुपये बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू की गई यह योजना पूरे देश में सुर्खियां बटोर रही है. उस समय सरकार ने किस्त की राशि 3000 रुपये तक बढ़ाने की बात कही थी. हालांकि, अभी महिलाओं के खाते में 1250 रुपये प्रतिमाह भेजे जा रहे हैं.
किस्त की राशि को लेकर कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा झूठे वादे करके सत्ता में आई है. इन्होंने लाडली बहना योजना की राशि बढ़ाकर 3000 करने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस पूरा नहीं किया है.
इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को अपने एक्स हैंडल के माध्यम से हजारों युवाओं को रोजगार दिए जाने की जानकारी दी. उन्होंने अपने पोस्ट में बताया कि प्रदेश में अप्रैल 2023 से जून 2024 तक 616 जॉब फेयर (रोजगार मेला) का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 61 हजार आवेदकों को पब्लिक सेक्टर में नौकरी के ऑफर लेटर दिए जा चुके हैं.
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