पान की खेती करने वाले किसानों को बिहार सरकार दे रही है अनुदान, इतना मिलेगा लाभ

पान की खेती करने वाले किसानों को बिहार सरकार दे रही है अनुदान, इतना मिलेगा लाभ

बिहार सरकार की नई पहल ‘‘पान विकास योजना’’ को मिली मंजूरी. वैज्ञानिक पद्धति से पान उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा, सात जिलों के किसान होंगे लाभान्वित. बिहार में पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने की बड़ी तैयारी.

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पान की खेती करने वाले किसानों को बिहार सरकार दे रही है अनुदान, इतना मिलेगा लाभपान की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी

बिहार के खेतों में उगने वाला मगही पान की मांग देश के अधिकांश कोनों तक है.  विशेष रूप से पान खाने वाले लोगों में मगही पान की मांग सबसे अधिक रहती है. वहीं, राज्य सरकार पारंपरिक पान खेती को वैज्ञानिक आधार देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए ‘‘पान विकास योजना’’ को इस साल के लिए भी मंजूरी दे दी है. बिहार सरकार ने चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत इस योजना को वित्तीय वर्ष 2024-25 से 2025-26 तक  के लिए बढ़ा दिया है. इस अवधि के लिए करीब 499.375 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है.

पान की खेती में सात जिलों के किसानों को मिलेगा लाभ

उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इस योजना के तहत राज्य में पान की खेती को बढ़ावा देना है, ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके. वहीं, हाल के समय में राज्य के सात जिलों में पान की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें नालंदा, नवादा, गया, औरंगाबाद, शेखपुरा, वैशाली और सारण शामिल हैं. वहीं, इन जिलों के इच्छुक किसानों को पान की खेती के विस्तार के लिए आवश्यक आर्थिक सहायता दी जाएगी.

पान की खेती पर किसानों को मिलेगी आर्थिक मदद

कृषि विभाग की ओर से शुरू की गई ‘‘पान विकास योजना’’ के तहत सरकार पान किसानों को आर्थिक मदद देगी. योजना के तहत मगही और देशी पान की खेती करने वाले व्यक्तिगत किसान और एफपीसी (FPC) के सदस्यों को न्यूनतम 100 वर्गमीटर (0.01 हेक्टेयर) से लेकर अधिकतम 300 वर्गमीटर क्षेत्र तक की खेती के लिए लाभान्वित किया जाएगा. प्रत्येक किसान को 11,750 रुपये से लेकर 35,250 रुपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. वहीं, लाभार्थियों का चयन ऑनलाइन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके.

तकनीकी प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान भी शामिल

‘‘पान विकास योजना’’ के तहत उद्यान निदेशालय द्वारा किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से पान उत्पादन की नवीनतम तकनीकों की जानकारी भी दी जाएगी. कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह योजना बिहार के पारंपरिक पान उत्पादन को वैज्ञानिक आधार देने और आधुनिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है. इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी, बल्कि स्थानीय पहचान वाले पान को संरक्षण भी मिलेगा.

सरकार का ध्यान पान की खेती को बढ़ावा देना है क्योंकि यह नकदी फसल के रूप में जानी जाती है. पान के पत्ते को बेचकर किसान झटके में अच्छी कमाई कर सकते हैं. बिहार के मगही पान की देश के हर कोने में मांग रहती है. यही वजह है कि सरकार इसकी खेती को बढ़ावा दे रही है.

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