किसान आंदोलन पार्ट 2 का आज दूसरा दिन है और दूसरे दिन भी हजारों की तादाद में किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. ऐसे में अब किसानों के साथ महिलाएं भी आकर खड़ी हुई है. इन महिलाओं का कहना है की यह पंजाब हरियाणा का बॉर्डर है कि भारत-पाकिस्तान का? महिला किसानों का कहना है कि अपने ही देश में जाने के लिए इस प्रकार यह सब कुछ हो रहा हो. किसान नेताओं का साफ़ कहना है की वह हर हाल में दिल्ली जाएंगे उसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े.
अंबाला के शंभू बॉर्डर पर आज किसानों की संख्या कल से ज्यादा हो गई है. किसान आंदोलन पार्ट 2 को लेकर जहां पहले दिन सिर्फ पुरुष किसान थे वहीं आज बड़ी संख्या में उनके साथ महिलाएं भी खड़ी हो गई हैं. बीती रात भी यहां पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए लेकिन उसके बावजूद भी किसान पीछे नहीं हटे. बड़ी बात है की आज इस आंदोलन में महिलायें भी खड़ी हो गई हैं और यह सब तब हो रहा है जब आंसू गैस के साथ-साथ रबड़ की गोलियां भी चलाई जा रही हैं. बहरहाल महिला किसानों का बार्डर पर आना निरंतर जारी है. किसान नेताओं की माने तो थोड़ी देर में बड़ी संख्या में महिला किसान इस आंदोलन में शामिल हो जाएंगी.
अंबाला बॉर्डर पर भी हालत काफी तनावपूर्ण हैं. ऐसे में एक तरफ सरकार बातचीत की बात कह रही है तो वही किसानों का मानना है कि सरकार ने बात करनी हो तो सीधे तरीके से करें. लेकिन यहां पर किसानों पर कल दोपहर से ही लगातार आंसू गैस के गोले छोड़ जा रहे हैं, किसानों ने साफ़ कहा की सरकार इन किसानों को दिल्ली जाने से नहीं रोक सकती. अंबाला के शंभू बॉर्डर के बाद किसानों को रोकने के लिए शाहबाद में भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं, जबकि करनाल पानीपत और सोनीपत में भी किसानों को रोकने के लिए फोर्स तैनात की गई है. कुल मिला कर किसान हर हालत में दिल्ली जाने की बात कह रहे हैं.
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