हरियाणा के सोनीपत में एक बार फिर अन्नदाता सड़कों पर उतर आए हैं. किसानों ने अपने सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ ट्रैक्टर मार्च निकालकर प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी है. यह प्रदर्शन शुगर मिल की मरम्मत प्रक्रिया में देरी और मिल के एमडी की स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर किया गया.
प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि शुगर मिल की मरम्मत के लिए जिस कंपनी को टेंडर दिया गया था, उससे टेंडर वापस लेकर कोर्ट से स्टे ले लिया गया है, जिससे मरम्मत कार्य अधर में लटक गया है. किसानों ने अधिकारियों से कई बार मिलकर इस मुद्दे को उठाया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है.
किसानों ने कहा, दिल्ली की सीमाओं पर जब किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ डटे थे, तब पूरे देश ने ट्रैक्टर की ताकत देखी थी. अब एक बार फिर वही ट्रैक्टर, वही जज़्बा, और वही आक्रोश सोनीपत की सड़कों पर देखने को मिला है. आज किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर गन्ना लादकर शहर के मुख्य चौकों से ट्रैक्टर मार्च निकाला. जाहरी चौक से लेकर शहर के मुख्य मार्गों तक किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा.
किसानों का कहना है कि अगर जल्द उनकी मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया, तो वे पूरे सोनीपत को चक्का जाम कर देंगे. गन्ना सीजन आने को है, और अगर शुगर मिल समय पर दुरुस्त नहीं हुई, तो उनका सारा उत्पादन बेकार चला जाएगा.
किसानों ने मुख्यमंत्री से मिलने की भी अपील की है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ा जाएगा.
हरियाणा में गन्ने का पेराई सीजन शुरू होने से पहले किसानों ने सरकार को चेतावनी देकर यह जता दिया है कि उनकी मांगें समय पर पूरी होनी चाहिए, वरना वे सड़कों पर बड़ा आंदोलन करेंगे. चीनी मिलों की मरम्मत को लेकर किसान पहले भी अपना विरोध जता चुके हैं. उनका कहना है कि सीजन शुरू होने से पहले अगर मिलों की मरम्मत का काम नहीं होगा तो जब पेराई काम काम बढ़ेगा तो इससे काम प्रभावित होगा. इससे किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा. इसे देखते हुए सरकार को सीजन शुरू होने से पहले ही मरम्मती का काम पूरा करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो किसान आंदोलन करेंगे.
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