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अजीत पवार की पत्‍नी सुनेत्रा के राज्‍यसभा नामांकन पर एनसीपी में कलह, पार्टी से नाराज छगन भुजबल! 

अजीत पवार की पत्‍नी सुनेत्रा के राज्‍यसभा नामांकन पर एनसीपी में कलह, पार्टी से नाराज छगन भुजबल! 

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के अंदर आंतरिक कलह और कैबिनेट विस्तार के साथ राज्यसभा नामांकन जैसे अनसुलझे मुद्दों पर खुली धमकियों के बीच तनाव बढ़ने की खबरें हैं. राज्‍य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्‍नी सुनीता पवार को राज्यसभा सीट के लिए मनोनीत किए जाने पर असंतोष की खबरों के साथ राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अंदर कलह सामने आई है. इस कदम से एनसीपी में असंतोष भड़क गया है.

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राज्‍यसभा टिकट न मिलने से नाराज छगन भुजबल! राज्‍यसभा टिकट न मिलने से नाराज छगन भुजबल!

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के अंदर आंतरिक कलह और कैबिनेट विस्तार के साथ राज्यसभा नामांकन जैसे अनसुलझे मुद्दों पर खुली धमकियों के बीच तनाव बढ़ने की खबरें हैं. राज्‍य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्‍नी सुनीता पवार को राज्यसभा सीट के लिए मनोनीत किए जाने पर असंतोष की खबरों के साथ राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अंदर कलह सामने आई है. इस कदम से एनसीपी में असंतोष भड़क गया है. सीनियर लीडर छगन भुजबल ने, जो राज्यसभा सीट के लिए आकांक्षा रखते थे, वह इस कदम से नाराज हैं. प्रमुख ओबीसी नेता भुजबल ने पार्टी की निर्णय प्रक्रिया में उन्‍हें दरकिनार किए जाने की भावना की तरफ इशारा किया है. इससे लोकसभा और राज्यसभा दोनों चुनावों के लिए टिकट आवंटन की  निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं. 

टिकट न मिलने से खफा भुजबल?  

न्‍यूज एजेंसी पीटीआई ने भुजबल के हवाले से लिखा है कि उन्हें टिकट न दिए जाने के कारण हो सकते हैं. कभी-कभी, यह नियति या किसी तरह की मजबूरी होती है. साथ ही भुजबल ने यह जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या वंशवाद की राजनीति ने कोई भूमिका निभाई है. यह पूछे जाने पर कि क्या लोकसभा और राज्यसभा टिकटों को लेकर उनके साथ अन्याय हुआ है, नाराज भुजबल ने कहा कि यह सवाल 'उनसे' पूछा जाना चाहिए. भुजबल ने कहा, 'यह मेरी इच्छा है इसलिए मैं नासिक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार था. मुझे बताया गया था कि दिल्ली में मेरा टिकट फाइनल हो गया है, इसलिए मैंने काम करना शुरू कर दिया था. जब नाम की घोषणा करने का फैसला एक महीने तक टल गया तो मैंने काम करना बंद कर दिया क्योंकि अपमान काफी हो चुका था.' 

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अजीत पवार ने किया इनकार 

नासिक का टिकट आखिरकार शिवसेना के हेमंत गोडसे को मिला जो चुनाव में प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के राजाभाऊ वाजे से हार गए. अजीत पवार ने शुक्रवार को अपनी पार्टी में  नाराजगी को कम करने की कोशिश करते हुए कहा कि राज्यसभा उपचुनाव के लिए उनकी पत्‍नी को मैदान में उतारने का फैसला एनसीपी की शीर्ष संस्था ने लिया था. साथ ही उन्‍होंने उन खबरों का खंडन किया कि भुजबल नाराज हैं. कैबिनेट मंत्री भुजबल के सुनेत्रा पवार के नामांकन के बाद नाराज होने की मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर एनसीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनके पार्टी सहयोगी ने खुद उन्हें बताया कि वह नाराज नहीं हैं. अजीत पवार ने कहा कि विपक्ष के लोगों सहित कुछ लोग और कुछ करीबी दोस्त ऐसी खबरें फैला रहे हैं लेकिन उनमें कोई सच्चाई नहीं है. 

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सुनेत्रा का चुना जाना तय 

अजीत ने बताया कि जब उनकी पत्‍नी ने नामांकन पत्र दाखिल किया तब प्रफुल्ल पटेल और भुजबल सहित एनसीपी के प्रमुख नेता मौजूद थे. इन आंतरिक टकरावों के बीच, सुनेत्रा पवार ने बारामती से लोकसभा चुनावों में अपनी हालिया हार के बाद आगामी राज्यसभा उपचुनाव के लिए एनसीपी उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है. महाराष्‍ट्र में एक राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव 25 जून को निर्धारित है. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने फरवरी में उच्च सदन में फिर से चुने जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, सुनेत्रा पवार का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है क्योंकि वह मैदान में एकमात्र उम्मीदवार हैं.