देश में मॉनसून बहुत अच्छा चल रहा है, कृषि के लिए लाभकारी मौसम की खबरें...संसद सत्र से पहले बोले पीएम मोदी

देश में मॉनसून बहुत अच्छा चल रहा है, कृषि के लिए लाभकारी मौसम की खबरें...संसद सत्र से पहले बोले पीएम मोदी

संसद के मॉनसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने मॉनसून और कृषि के बारे में कुछ बातें कही. उन्होंने बताया कि अभी तक मॉनसून का समय अच्छा चल रहा है औऱ कृषि के लिए मॉनसून का मौसम बहुत महत्वपूर्ण है.

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देश में मॉनसून बहुत अच्छा चल रहा है, कृषि के लिए लाभकारी मौसम की खबरें: पीएम मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक छोटा सा संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने मॉनसून सीजन से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में देश की तरक्की का जिक्र किया. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मॉनसून नवाचार और नव सृजन का प्रतीक है. अब तक प्राप्त समाचारों के अनुसार, देश में यह मौसम बहुत अच्छा चल रहा है. कृषि के लिए लाभकारी मौसम की खबरें हैं. और बारिश किसानों की अर्थव्यवस्था, देश की अर्थव्यवस्था, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और इतना ही नहीं, हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है..."

प्रधानमंत्री ने कहा, "संसद का यह मॉनसून सत्र एक विजय उत्सव जैसा है. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत का झंडा फहराया जाना प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का क्षण है. सभी सांसद और देशवासी एक स्वर में इस उपलब्धि का गुणगान करेंगे. यह हमारे भविष्य के अभियानों के लिए प्रेरणादायी होगा."

प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, "यह मॉनसून सत्र विजय उत्सव है. पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का पराक्रम देखा है. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल किया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत, आतंकवादियों के आकाओं के घरों को 22 मिनट के भीतर जमींदोज कर दिया गया."

मॉनसून सत्र के पहले दिन हंगामा

उधर मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष की ओर से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग के बीच सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही दूसरी बार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. थोड़े समय के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी सदस्यों से सोमवार दोपहर 2:30 बजे होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में अपनी मांग रखने की अपील की.

रिजिजू ने सदन में कहा, "सरकार उन सभी मुद्दों पर जवाब देने के लिए तैयार है जिन पर अध्यक्ष बीएसी की बैठक में सहमत होंगे. लेकिन मॉनसून सत्र के पहले दिन नारेबाजी करना और सदन को चलने नहीं देना अस्वीकार्य है." जब विपक्षी सदस्य आसन के सामने विरोध प्रदर्शन करते रहे, तो सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे जगदंबिका पाल ने उन्हें अपनी सीटों पर वापस जाने को कहा और उन्हें आश्वासन दिया कि अध्यक्ष ओम बिरला उन्हें उन सभी मुद्दों को उठाने की अनुमति देंगे जिन पर वे चर्चा करना चाहते हैं.

सरकार चर्चा के लिए तैयार-रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विपक्षी सांसदों को आश्वासन दिया कि सरकार उन सभी मुद्दों पर लंबी चर्चा के लिए तैयार है जिन पर अध्यक्ष सहमत हैं. सिंह ने कहा, "सरकार विपक्ष की इच्छानुसार किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है. उन्हें चर्चा के लिए जितना भी समय चाहिए, सरकार सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है."

विरोध जारी रहने पर, पाल ने कहा, "मैं विपक्ष के नेता और राहुल गांधी से अपील करता हूं कि सदन को शून्यकाल चलने दें. देश की जनता कार्यवाही देख रही है और देख रही है कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष नहीं चाहता कि सदन चले." हंगामा जारी रहने पर, पाल ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

जब श्रद्धांजलि सभा के बाद सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्य ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग पर अड़े रहे, जिसके तहत पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान पर हमला किया था. 

बिरला ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को ऑपरेशन सिंदूर सहित सभी मुद्दे उठाने की अनुमति देने के लिए तैयार हैं. प्रश्नकाल दिन का पहला घंटा होता है जब सदस्य अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों से संबंधित प्रश्न उठाते हैं. उन्होंने कहा, "मैं आपको प्रश्नकाल के बाद सभी मुद्दे उठाने की अनुमति दूंगा. सदन केवल नियमों और विनियमों के अनुसार ही चलेगा. इसमें नारेबाजी और तख्तियां लहराने की अनुमति नहीं दी जा सकती."

सदन की कार्यवाही स्थगित

बिरला ने कहा कि यदि सदस्य नोटिस देते हैं, तो वह उन्हें सभी मुद्दे उठाने की अनुमति देंगे और प्रत्येक सांसद को मुद्दे उठाने के लिए पर्याप्त समय देंगे. उन्होंने कहा, "माननीय सदस्यों, यह प्रश्नकाल है. हमें उच्च संसदीय मानकों को बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए. हमें उन लोगों की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए जिन्होंने हमें चुना है और देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी चाहिए."

अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों को सदन के अंदर नारे लगाने या तख्तियां दिखाने की अनुमति नहीं है. उन्होंने कहा, "नारेबाजी के लिए सदन के बाहर जाएं." उन्होंने कहा, "आप ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चाहते हैं, मैं प्रश्नकाल के बाद इसकी अनुमति दूंगा. सरकार सभी मुद्दों पर जवाब देने के लिए तैयार है."

हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जिसके कारण अध्यक्ष को सुबह 11 बजे शुरू हुई कार्यवाही के लगभग 20 मिनट बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.

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