लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार बड़ा झटका लगा है. कारण, तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने राज्य में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. तीन विधायकों सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलेन और धर्मपाल गोंदर ने ये भी कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है.
सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 45 विधायकों का समर्थन दिखाना होता है. चूंकि तीन निर्दलियों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है तो ऐसे में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार अस्थिर स्थिति में है. वहीं बताया जा रहा है कि कांग्रेस भी अभी यहां पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं. बीजेपी के पास अभी भी बहुमत है तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिलने के बावजूद विपक्षी कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाने में सक्षम नहीं हो सकती है क्योंकि उसके पास 45 का जादुई आंकड़ा नहीं है.
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कांग्रेस के पास सिर्फ 30 विधायकों की ताकत है जो निर्दलीयों के समर्थन के बाद 33 हो जाएगी. हरियाणा में कुल 9 निर्दलीय विधायक हैं. वर्तमान में आठ निर्दलीय हैं क्योंकि रंजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया है.बीजेपी को अभी भी पांच निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है. तीनों विधायकों ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और राज्य कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की. निर्दलीय विधायक गोंडर ने कहा, 'हम सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं. हम कांग्रेस को अपना समर्थन दे रहे हैं. हमने किसानों से जुड़े मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर यह निर्णय लिया है.'
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मीडिया के सामने बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने कहा, 'तीन निर्दलीय विधायकों - सोमबीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलेन और धर्मपाल गोंदर ने बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को समर्थन दिया है. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि (90 सदस्यीय) हरियाणा विधानसभा की वर्तमान ताकत 88 है, जिसमें से बीजेपी के 40 सदस्य हैं. बीजेपी सरकार को पहले जेजेपी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था लेकिन जेजेपी ने भी समर्थन वापस ले लिया था और अब निर्दलीय हैं भी अपना समर्थन वापस ले रहे हैं.'
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उदय भान ने कहा, 'नायाब सिंह सैनी सरकार अब अल्पमत सरकार है. सैनी को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उन्हें एक मिनट भी रहने का अधिकार नहीं है. अब विधानसभा चुनाव तुरंत होने चाहिए.' भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए दावा किया कि बीजेपी सरकार जादुई आंकड़े से कम पर आ चुकी है. कुछ (निर्दलीय) विधायकों द्वारा हरियाणा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, 'मुझे यह जानकारी मिली है. शायद कांग्रेस कुछ लोगों की इच्छाओं को पूरा करने में लगी हुई है. अब कांग्रेस को जनता की इच्छाओं से कोई लेना-देना नहीं है.'
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