महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने कर्ज माफी के मामले में पर एक बार फिर विवाद पैदा कर दिया है. कोकाटे नासिक में थे जहां पर वह बेमौसमी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने गए थे. यहां पर उन्होंने कर्ज माफी के मामले पर किसानों से कुछ ऐसा सवाल कर दिया है जो उनकी परेशानी को बढ़ा सकता है. यहां पर कोकाटे ने किसानों को कर्जमाफी के मुद्दे पर जानकारी तो दी ही लेकिन साथ ही साथ उनके जख्मों पर नमक भी छिड़क दिया.
शनिवार को कृषि मंत्री कोकाटे नुकसान की समीक्षा कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने किसानों से सवाल कर दिया कि इस बार कर्जमाफी मिलने के बाद वो उस पैसे का क्या करने वाले हैं? उन्होंने पूछा कि क्या वो खेती में निवेश करेंगे? कोकाटे ने यहां पर कहा, 'किसान 5 से 10 साल तक इंतजार करने तक कर्ज नहीं चुकाते. सरकार किसानों को खेती में निवेश करने के लिए पैसे देगी. सरकार पूंजी निवेश कर रही है. क्या किसान ऐसा करते हैं?' कृषि मंत्री कोकाटे ने बेमौसम बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया. बेमौसम बारिश की वजह से राज्य के कई हिस्सों में कृषि फसलें प्रभावित हुई हैं. नासिक जिले के किसानों को भी भारी नुकसान हुआ है.
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कुछ दिन पहले भी माणिकराव कोकाटे ने किसानों को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भिखारी भी एक रुपया नहीं लेता लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने किसानों के लिए एक रुपये में फसल बीमा योजना लागू की है. उनका कहना था कि यह योजना अच्छी है. इसलिए इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. उनकी मानें तो इस योजना में भी अनियमितताएं सामने आईं. इससे सरकार को परेशानी नहीं हुई है मगर अब कुछ सुधार जरूर करने होंगे. उनका दावा था कि सरकार किसी भी हालत में इस योजना को बंद नहीं करना चाहती.
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किसानों की कर्ज माफी का मसला इन दिनों काफी गर्माया हुआ है. पिछले दिनों उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने कृषि ऋण माफी से साफ इनकार कर दिया है. उनके इस बयान पर किसान संगठनों ने खासी नाराजगी जताई है. अजित पवार जिनके पास वित्त मंत्रालय भी है, उन्होंने किसानों से कहा है कि वो फसल ऋण की किस्तें चुकाएं क्योंकि आने वाले समय में कर्ज माफी नहीं होगी. दूसरी ओर अजित पवार के बयान का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कह दिया है कि यह सरकार का आधिकारिक रुख है. इस पर किसान नेता और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने भी इसे किसानों के साथ 'विश्वासघात' बताया. किसान, फडणवीस सरकार को प्रदर्शन की चेतावनी दे चुके हैं.
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