पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां ने शुक्रवार को कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के 30 लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए. इनमें से 25 क्लर्क के पद पर काम करेंगे, जबकि पांच कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में सेवादार के पद पर काम करेंगे. इसके अलावा, पशुपालन विभाग में दो पशु चिकित्सा निरीक्षक और चार क्लर्क समेत आठ और युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए, जिनमें तीन क्लर्क अनुकंपा के आधार पर नियुक्त किए गए हैं, जबकि डेयरी विकास विभाग में दो स्टेनोग्राफर हैं.
खुदियां ने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने अब तक कई विभागों में 44,974 सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं. साथ ही नवनियुक्त अधिकारियों को बधाई देते हुए मंत्री ने उनसे पंजाब के विकास के लिए काम करने और राज्य के लोगों को पारदर्शी और कुशल सेवाएं प्रदान करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का आह्वान किया. इस अवसर पर निदेशक कृषि जसवंत सिंह, निदेशक पशुपालन गुरशरणजीत सिंह बेदी, निदेशक डेयरी विकास कुलदीप सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
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इससे पहले मार्च महीने में पंजाब सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान जान गवाने वाले 118 मृत किसान के परिवारों को नियुक्ति पत्र देने का काम किया था. दरअसल, दिल्ली की सीमाओं और पंजाब में कई स्थानों पर विरोध - प्रदर्शन के दौरान लगभग 750 किसानों की मौत हो गई थी. तब से पीड़ित परिजन सरकार से सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे. पहले पंजाब सरकार ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी के अलावा 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी. 326 परिवारों को नौकरी के लिए महीनों पहले ही नियुक्ति पत्र दिया जा चुका था. फिर भी लगभग 400 परिवार नौकरियों का इंतजार कर रहे थे. नौकरी की मांग करते हुए, पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने 23 जनवरी, 2024 को खुड्डियां के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
बता दें कि एमएसपी की गांरटी और अन्य मांगों को लेकर किसान अभी भी शंभू बॉर्डर सहित कई स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिनों चंडीगढ़ में किसानों ने मान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. 10 हजार से अधिक किसान चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में राशन पानी के साथ अपना तंबू गाड़ चुके हैं. उगराहां की अगुवाई में हो रहे इस आंदोलन में किसानों ने साफ कर दिया कि इस बार सिर्फ सीएम के आश्वासन से बात नहीं बनेगी.
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