
दिल्ली आंदोलन-2 के तहत किसानों और मजदूरों की मांगों को लेकर जारी संघर्ष को एक साल पूरा होने पर अमृतसर की जंडियाला अनाज मंडी में किसान-मजदूर संघर्ष समिति ने एक विशाल रैली आयोजित की. इसमें सैकड़ों किसानों, मजदूरों और समर्थकों ने भाग लिया. इस मौके पर 29 जनवरी को अमृतसर से शंभू मोर्चा की ओर सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के जत्थे के कूच की घोषणा की गई.
सभा को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जिला प्रधान रंजीत सिंह कलेर बाला ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण लाखों किसानों और मजदूरों को सड़कों पर बैठने को मजबूर किया गया है. आंदोलन के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, और अभी भी सरकार ने केवल बातचीत का आह्वान किया है, लेकिन मांगों का समाधान आंदोलन की मजबूती पर ही निर्भर करेगा.
राज्य नेता सतनाम सिंह पन्नू और जसबीर सिंह पिड़ी ने कहा कि 26 जनवरी को किसान और मजदूर पूरे देश में ट्रैक्टर रैलियां निकालेंगे और प्रदर्शन करेंगे. ये रैलियां प्रमुख कॉर्पोरेट गोदामों, शॉपिंग मॉल और बीजेपी नेताओं के घरों के सामने होंगी. प्रदर्शन के जरिए सरकार को यह संदेश दिया जाएगा कि आंदोलन खत्म होने वाला नहीं है. अमृतसर जिले में भी इसी तरह की गतिविधियां की जाएंगी.
सभा में घोषणा की गई कि 24 और 25 जनवरी को विभिन्न स्थानों पर तैयारी कार्यक्रम होंगे. इसके बाद 29 जनवरी को सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां ब्यास में इकट्ठा होंगी और 30 जनवरी की सुबह शंभू मोर्चा के लिए कूच करेंगी.
सभा के दौरान पांच प्रमुख प्रस्ताव भी पारित किए गए:
सभा में बलदेव सिंह बग्गा, कंधार सिंह भोएवाल, बलविंदर सिंह बिंदु समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे. किसान नेताओं ने साफ किया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी सभी मांगें पूरी नहीं करती. (अनमोल नाथ बाली की रिपोर्ट)
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