मध्‍य प्रदेश के गुना में खाद के लिए किसानों का संघर्ष, आपस में भिड़ीं महिला किसान...जमकर चले लात घूंसे

मध्‍य प्रदेश के गुना में खाद के लिए किसानों का संघर्ष, आपस में भिड़ीं महिला किसान...जमकर चले लात घूंसे

मध्य प्रदेश में अभी मानसून ने दस्तक भी नहीं दी है. खेती-किसानी का काम शुरू भी नहीं हुआ है. जबकि अभी से खाद की किल्लत की खबरें सामने आने लगी हैं. गुना में खाद की किल्लत को लेकर किसानों को घंटो लाइन में खड़े होने के लिए मजबूर हैं. नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी में खाद लेने पहुंचे किसानों के बीच हाथापाई हो गई. यूरिया के लिए घंटों लाइन में खड़े हुए किसानों ने अपना आपा खो दिया.

Advertisement
 मध्‍य प्रदेश के गुना में खाद के लिए किसानों का संघर्ष, आपस में भिड़ीं महिला किसान...जमकर चले लात घूंसेमध्‍य प्रदेश के गुना में किसानों का बवाल

मध्य प्रदेश में अभी मानसून ने दस्तक भी नहीं दी है. खेती-किसानी का काम शुरू भी नहीं हुआ है. जबकि अभी से खाद की किल्लत की खबरें सामने आने लगी हैं. गुना में खाद की किल्लत को लेकर किसानों को घंटो लाइन में खड़े होने के लिए मजबूर हैं. नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी में खाद लेने पहुंचे किसानों के बीच हाथापाई हो गई. यूरिया के लिए घंटों लाइन में खड़े हुए किसानों ने अपना आपा खो दिया. देखते ही देखते किसान एक दूसरे से भिड़ गए. इस दौरान कई महिलाएं भी छीनाझपटी करती नजर आईं. 

दरअसल गुना में DAP यूरिया का स्टॉक नहीं होने के कारण किसानों में रोष है. यहां एक किसान को महज 5 बोरी यूरिया खाद ही दिया जा रहा है. जो किसानों के लिए पर्याप्त नहीं है.  यूरिया पर्याप्त न होने के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन किसानों को ऊंचे दामों पर यूरिया खरीदना पड़ रहा है. 

यह भी पढ़ें-धान की खेती में नैनो फर्टिलाइजर का प्रयोग कब और कैसे करें, कृषि वैज्ञानिकों का पढ़ें सुझाव

मनमाने दाम में मिल रही खाद! 

खाद की किल्लत के कारण खाद की कालाबाजारी करने वालों के व्यारे न्यारे हो रहे हैं. DAP यूरिया की दर 1340/- रूपये तय की गई है. जबकि ब्लैक मार्केटिंग में कीमत बढ़ाकर 1700-2000 रूपये तक दिया जा रहा है. किसानों में कृषि उपसंचालक अशोक उपाध्याय के खिलाफ नाराजगी है.

यह भी पढ़ें-अब नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे के विरोध में उतरे किसान, BJP के इस सांसद का भी मिला समर्थन 


खाद के लिए किसानों के बीच लड़ाई झगड़े हो रहे हैं. कृषि विभाग के पास खाद की किल्लत को दूर करने का कोई जवाब नहीं है. यही कारण है कि किसानों के बीच झगड़े की खबरें सामने आ रही हैं. 

वहीं इस पूरे मामले को लेकर गुना के कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में खाद की पर्याप्त व्यवस्था है. खाद की खेप भी आ रही है. DAP के स्थान पर किसानों को NPK का भी उपयोग करना चाहिए.   
 

POST A COMMENT