बिहार के नए कृषि मंत्री राम कृपाल यादव (फोटो- X@ramkripalmp)बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने के साथ सभी विभाग के मंत्री अपने पद का कार्यभार संभालना शुरू कर चुके हैं. वहीं, मंगलवार को कृषि मंत्री रामकृपाल यादव और सहकारिता विभाग सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार ने मंत्री पद का कार्यभार संभाला. पटना स्थित कृषि भवन में करीब 11 बजे सुबह विभाग के मंत्री का पदभार ग्रहण करने पहुंचे रामकृपाल यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य के किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर बीज, खाद, पानी तथा बिजली उपलब्ध कराना विभाग की मुख्य जिम्मेदारी है और इस दिशा में वे कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी एवं जवाबदेह बनाने पर विशेष ध्यान देंगे.
कृषि मंत्री का पदभार लेने के दौरान कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की सभी कृषि संबंधी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. कृषि क्षेत्र का समग्र विकास राज्य की समृद्धि के लिए अनिवार्य है.
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चल रही कई महत्वाकांक्षी कृषि योजनाओं जैसे कि फसल विविधीकरण, कृषि यांत्रिकीकरण, समेकित खेती मॉडल, जल-प्रबंधन योजना और किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ तेजी से किसानों तक पहुंच सके, इसके लिए विभागीय कार्यों में और अधिक गति लाई जाएगी.
आगे उन्होंने एनडीए की ओर से जारी संकल्प पत्र के दौरान कर्पूरी ठाकुर सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को सलाना 3000 रुपए राज्य सरकार की ओर से देने की घोषणा को लेकर कहा कि समय आने पर हर वादा पूरा किया जाएगा.
सहकारिता विभाग का कार्यभार लेने के बाद मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा है कि विभाग की सभी योजनाओं को पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ लागू किया जाएगा, ताकि आम लोगों तक इसकी पहुंच संभव हो सके. वहीं, विभागीय मंत्री का पद संभालने के बाद वे विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा के दौरान कहा कि धान अधिप्राप्ति के क्रियान्वयन को अधिक बेहतर बनाया जाएगा.
आम किसानों को केंद्र सरकार के स्तर से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है. वहीं, महिला सशक्तिकरण के लिए सहकारिता विभाग की ओर से की जा रही पहल को और भी प्रभावी बनाया जाएगा.
सहकारिता विभाग के अलावा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का पदभार मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार ने ग्रहण किया. वहीं, उन्होंने जल-जीवन-हरियाली" योजना को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किए जाने पर बल दिया.
साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों, वनों के समीपवर्ती क्षेत्रों के किनारे फलदार वृक्षों के रोपण पर विशेष जोर दिया. मंत्री ने विभाग में कार्यान्वित की जा रही ईको-पर्यटन योजनाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढाने की आवश्यकता पर भी बल दिया.
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