नंदुरबार को महाराष्ट्र के सबसे बड़े मिर्च उत्पादक जिले के रूप में जाना जाता है. नंदुरबार कृषि उपज बाजार समिति मिर्च की खरीद-बिक्री के लिए देश की दूसरी सबसे बड़ी बाजार समिति है और प्रतिदिन 300 से 400 वाहनों से तीन से चार हजार क्विंटल मिर्च यहां बिकने के लिए आती है. मिर्च बड़ी मात्रा में आ रही है. लेकिन इस साल मिर्च की आवक ज्यादा होने के बावजूद मिर्च के दाम वैसे ही बने हुए हैं.
लाल मिर्च का दाम ग्रेड के हिसाब से 3000 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहा है. मिर्च की कीमतें स्थिर रहने से किसान संतुष्ट हैं. मिर्च की कीमतें पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई है. पिछले साल मिर्च का दाम 2500 रुपये प्रति क्विंटल तक था.
नंदुरबार कृषि उपज बाजार समिति में व्यापारियों ने अब तक 90 हजार क्विंटल मिर्च खरीदी है. अभी इसका सीजन अगले पांच महीने तक जारी रहेगा. इसलिए इस साल नंदुरबार बाजार समिति में मिर्च खरीदने और बेचने का रिकॉर्ड कारोबार होने का अनुमान है. नंदुरबार में पड़ोसी राज्यों गुजरात और मध्य प्रदेश से भी मिर्च बिकने के लिए आ रही है.
मंडी समिति में 25 से 26 व्यापारी इन मिर्चों को खरीद रहे हैं और सही दाम दे रहे हैं. बाजार समिति के सचिव योगेश अमृतकर ने इस वर्ष जिले में मिर्च का रिकॉर्ड उत्पादन होने की संभावना जताई है.
इस वर्ष मिर्च के लिए अनुकूल वातावरण और अच्छी कीमत दोनों ही किसानों के लिए फायदेमंद रहे हैं. ऐसे में अनुमान है कि इस वर्ष जिले में मिर्च की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.
आंध्र प्रदेश के गुंटूर के बाद नंदुरबार जिला देश के दूसरे सबसे बड़े मिर्च बाजार के रूप में जाना जाता है. हालांकि नंदुरबार जिले में बड़ी मात्रा में मिर्च का उत्पादन किया जाता है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा मिर्च प्रसंस्करण उद्योग और मिर्च अनुसंधान केंद्र शुरू नहीं किया गया है. इस कारण मिर्च किसानों की कई समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हुआ है. किसानों और व्यापारियों की मांग है कि सरकार मिर्च किसानों के लिए उचित नीति बनाए.
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