भारत में जैसे ही मॉनसून की बारिश शुरू होती है, वैसे ही खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं. यह समय किसानों के लिए खेती के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होता है. खरीफ का सीजन जून से अक्टूबर तक चलता है.
अगर इस दौरान किसान बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए फसल चुनें, तो उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसी खरीफ फसलों के बारे में बताएंगे, जिनकी बाजार में अच्छी मांग रहती है और जो किसानों को अच्छी आमदनी दिला सकती हैं.
धान भारत की प्रमुख खरीफ फसल है. इसकी मांग देश और विदेश दोनों जगह रहती है ऐसे में यदि किसान हाइब्रिड बीजों और आधुनिक तकनीकों से खेती करें, तो प्रति एकड़ 20 से 25 क्विंटल तक धान का उत्पादन हो सकता है. वहीं, धान की खेती से किसान प्रति एकड़ 50,000 से 80,000 रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.
मक्का एक ऐसी फसल है जो कम पानी में भी आसानी से उग जाती है. यह फसल खासकर सूखे इलाकों के लिए उपयुक्त है. मक्का की मांग पशु चारा, फूड प्रोसेसिंग और बायोफ्यूल इंडस्ट्री में लगातार बनी रहती है. ऐसे में खरीफ सीजन में मक्का की खेती से किसान प्रति एकड़ 30,000 से 60,000 रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.
सोयाबीन एक प्रोटीन युक्त फसल है, जिसकी मांग खाद्य तेल, पशु चारा और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री में बनी रहती है. इससे सोया दूध, सोया पनीर और अन्य कई उत्पाद बनाए जाते हैं. ऐसे में अनुकूल मौसम के अनुसार सोयाबीन की खेती से किसान प्रति एकड़ 40,000 से 70,000 रुपये तक कमा सकते हैं.
मिर्च एक प्रमुख मसाला फसल है जिसकी मांग घरेलू बाजारों में हमेशा रहती है. हरी और सूखी मिर्च दोनों ही रूपों में यह बिकती है. अगर किसान अच्छी किस्मों का चयन करें और समय पर देखभाल करें तो मिर्च की खेती से प्रति एकड़ 60,000 से 1,20,000 रुपये तक की कमाई हो सकती है.
भिंडी एक लोकप्रिय हरी सब्जी है जिसकी शहरी क्षेत्रों में बहुत मांग है. यह फसल बहुत जल्दी तैयार हो जाती है. लगभग 45 से 50 दिनों में. कम समय में तैयार होने और अच्छी कीमत मिलने के कारण किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. यदि मंडी या खुदरा बिक्री में भिंडी बेची जाए तो प्रति एकड़ 50000 रुपये तक की आमदनी हो सकती है.
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