बिहार में बीते दो महीनों के दौरान मौसम का मिश्रित प्रभाव देखने को मिला. जहां कभी बारिश तो कभी गर्मी की वजह से इंसानों से लेकर लीची पर भी असर देखने को मिला है.
वहीं, एक बार फिर मौसम विभाग द्वारा राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश और तापमान में बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई जा रही है. जहां एक ओर बारिश आम और लीची की फसल के लिए वरदान साबित हुई है
वहीं तापमान में अचानक वृद्धि की वजह से शाही लीची के फटने की संख्या में बढ़ोतरी भी हुई है, जिससे लीची के उत्पादन पर सीधा असर पड़ा है. अगर मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात की जाए तो 17 मई को राज्य के सभी जिलों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है.
बिहार लीची उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा सिंह कहते हैं कि मौसम के मिश्रित मिजाज के बीच लीची की फसल पर असर देखने को मिल रहा है. जहां बारिश लीची के लिए फायदेमंद साबित हो रही है
वहीं 42 डिग्री तापमान में हो रही बेतहाशा वृद्धि की वजह से लीची के तैयार फल फटने लगे हैं. अधिक गर्मी की वजह से लीची के फल जल गए हैं.
जिससे बीते एक सप्ताह के भीतर केवल शाही लीची को 10 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ है. हालांकि, बीते दिनों हुई बारिश की वजह से अभी लीची के फल फटने की संख्या में कमी आई है.
मौसम विभाग ने 17 मई को राज्य के 38 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात होने की संभावना जताई है. राज्य के उत्तरी भाग के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की अधिक संभावना है, जिससे किसानों को थोड़ा राहत मिलेगा.
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