
किसान तक का किसान कारवां अपने दूसरे पड़ाव पर पहुंच चुका है. 31 दिसंबर को किसान तक का किसान कारवां उत्तर प्रदेश के संभल जिले के गुमथल गांव पहुंचा. यहां सैकड़ों की संख्या में किसान जुटे हैं.

किसान कारवां दूसरे दिन संबल के बनियाखेड़ा गांव में पहुंचा. इस दौरान गांव के किसानों के साथ बृजेश कुमार- ग्राम पंचायत मानकपुर, नदीम खान- ग्राम पंचायत बयान खेड़ा, रामौतार- ग्राम पंचायत भट्टारा, नंद किशोर- ग्राम पंचायत घुमथल मौजूद रहे.

75 जिलों की इस कवरेज में यह दूसरा जिला रहा, जहां सैकड़ों किसानों ने यूपी सरकार की योजनाओं की जानकारी हासिल की. इस दौरान कृषि वैज्ञानिकों और कृषि विभाग के अधिकारियों ने सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. कृषि वैज्ञानिक (बागवानी) डॉ. ज्योति स्वरूप और अरुण कुमार त्रिपाठी (उप निदेशक कृषि) मौजूद रहे.

कार्यक्रम को चार चरणों में आयोजित किया गया. पहले चरण में केवीके संभल की कृषि वैज्ञानिक ज्योति सरोज ने किसानों को परंपरागत खेती के साथ-साथ सेकेंडरी आय के तरीकों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने नकदी फसलों और विदेशी फसलों, विशेष रूप से स्ट्रॉबेरी सहित फलदार फसलों की खेती पर विस्तार से चर्चा की.

दूसरे चरण में, पशुपालन अधिकारी डॉ. अजय कुमार ने बताया कि राज्य सरकार पशुपालक किसानों के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें गाय, बकरी और मुर्गी पालन करने वाले किसान शामिल हैं, जिनके ज़रिए किसान अपनी इनकम बढ़ा सकते हैं. उन्होंने किसानों को मुंहपका-खुरपका रोग सहित जानवरों की अलग-अलग बीमारियों के बारे में भी जागरूक किया और बचाव के तरीके बताए.

कार्यक्रम के तीसरे चरण में मैजिशियन सलमान जादूगर ने अपने जादू के माध्यम से किसानों का मनोरंजन किया. इसके साथ ही उन्होंने कृषि से जुड़ी सरकारी योजनाओं, मिट्टी जांच और खेती में नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी, जिसे उन्होंने माया के जरिए समझाने का प्रयास किया.

इसके बाद, कृषि विभाग के अधिकारी केहरी सिंह ने बताया कि सरकार कृषि मशीनों पर सब्सिडी दे रही है. किसान हर तरह के कृषि उपकरण पर कितनी सब्सिडी मिल रही है, यह जानने के लिए विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं.

अंतिम चरण में प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि वे जैविक खेती के जरिए कैसे अच्छी आमदनी और बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं. कार्यक्रम के समापन पर किसानों को सम्मानित भी किया गया. इस दौरान किसान देवरा, किसान अनिल दुबे और किसान पीयूष शर्मा मौजूद रहे.

किसान तक किसान कारवां में न सिर्फ पुरुष किसानों ने हिस्सा लिया, बल्कि महिला किसानों की भी मज़बूत मौजूदगी रही, जिन्होंने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और नई टेक्नोलॉजी और दूसरे इनोवेशन के बारे में जानकारी हासिल की.
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