बर्ड फ्लू संक्रमणदेश के कुछ राज्यों में बर्ड फ्लू का संक्रमण सामने आया है. इसमें आंध्र प्रदेश भी शामिल है. आंध्र प्रदेश के कृष्णा, पूर्वी गोदावरी और पश्चिमी गोदावरी जिलों में पोल्ट्री फार्म में बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत का कारण एवियन इन्फ्लूएंजा होने की पुष्टि के बाद तेलंगाना सरकार ने पोल्ट्री किसानों को चेतावनी जारी की है. पोल्ट्री फार्म वालों को आगाह किया गया है कि वे सावधान रहें और किसी तरह के संक्रमण के संकेत मिलने पर प्रशासन को जानकारी दें.
सूत्रों के अनुसार, नलगोंडा जिले की सीमा पर करीब 24 चेक पोस्ट बनाए गए हैं और अधिकारी आंध्र प्रदेश से मुर्गियां लेकर आने वाले गाड़ियों को वापस भेज रहे हैं. पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग ने कहा कि ये चेतावनियां केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकारों को दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार पहले से जारी की जा रही हैं.
जिला कलेक्टरों और अलग-अलग सरकारी विभागों को मुर्गियों और अन्य जानवरों में संदिग्ध या वायरल मौतों के बारे में सतर्क रहने की सलाह दी गई है. अधिकारियों को पोल्ट्री किसानों और पोल्ट्री उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर एवियन इन्फ्लूएंजा के फैलने और बरती जाने वाली जरूरी सावधानियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है.
इससे पहले पशुपालन विभाग के अधिकारी दामोदर नायडू ने कहा, "पोल्ट्री किसान जैव सुरक्षा उपायों की अनदेखी कर रहे हैं, जो बीमारियों के फैलने का मुख्य कारण है." उन्होंने कहा कि कुछ किसानों ने मरे पक्षियों को नहरों और सड़कों पर कूड़े के ढेर में फेंक दिया, जिससे संक्रमण फैल गया. उन्होंने कहा कि बुनियादी एहतियात की अनदेखी की गई, जिसके चलते पक्षियों की मौत हो गई.
आंध्र प्रदेश की तरह झारखंड में भी एवियन इन्फ्लूएंजा का संक्रमण सामने आया है. रांची में मृत पोल्ट्री पक्षियों के नमूनों में एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद बिरसा कृषि महाविद्यालय के एक किलोमीटर के दायरे में पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री, खरीद और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया. हालांकि, रांची के बाकी हिस्सों में बिक्री और खपत जारी रहेगी, क्योंकि पशुपालन अधिकारी ने दावा किया है कि बर्ड फ्लू का प्रकोप केवल लोकल क्षेत्र में है.
रांची में यह प्रतिबंध तीन सप्ताह तक प्रभावी है. बचाव के उपायों के तहत बीएयू में करीब 700 पोल्ट्री पक्षियों को मारा गया. जिला पशुपालन पदाधिकारी केएन सिंह ने 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पोल्ट्री पक्षी वैक्सीनेटेड थे. इस संबंध में प्रशासन और मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेज दी गई है. पशुपालन विभाग लगातार नजर बनाए हुए है और सतर्क है. (अब्दुल बशीर और सत्यजीत कुमार का इनपुट)
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