दिल्ली के जाफरपुर कलां इलाके में तेज हवाओं के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां खेत में बने एक कमरे पर भारी नीम का पेड़ गिर गया, जिससे कमरा ढह गया. कमरे में मौजूद एक महिला और तीन मासूम बच्चों की मलबे में दबकर मौत हो गई. सूचना के बाद पहुंची राहत और बचाव टीम ने मलबे से सभी को बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हादसे में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका इलाज जारी है.
जानकारी के अनुसार, यह घटना द्वारका जिले के खड़खड़ी नहर गांव की है. यहां तेज हवाओं के कारण एक विशाल नीम का पेड़ खेत में बने एक ट्यूबवेल के कमरे पर गिर पड़ा. इससे कमरा पूरी तरह ढह गया और उसमें मौजूद महिला व तीन मासूम बच्चे मलबे में दब गए.
पुलिस को सुबह 5:26 बजे इस हादसे की सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया. पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला. सभी को जाफरपुर कला स्थित RTR अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया. मरने वालों में 26 वर्षीय ज्योति, उनकी तीन संतानें, जिनमें दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं, इन सभी की मौके पर ही मौत हो गई थी.
हादसे के वक्त परिवार खेत में बने ट्यूबवेल के कमरे में मौजूद था, जो तेज हवाओं से गिरे पेड़ के नीचे आकर ढह गया. परिवार का एकमात्र बचा सदस्य अजय कुशवाह इस हादसे में घायल हुआ है. अजय मृतका ज्योति का पति है. अजय को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है.
दिल्ली-NCR में शुक्रवार सुबह तेज हवाओं, भारी बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया. मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और अगले कुछ घंटों में 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी, गरज-चमक और बारिश की चेतावनी दी है. मौसम ने अचानक इस कदर करवट क्यों ली? इसमें पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के साथ-साथ एक बड़ी वजह ये बताई जा रही है कि दिल्ली के ऊपर से बादलों का बड़ा झुंड (Cloud Mass) गुजर रहा है.
इसके अलावा प्री-मॉनसून गतिविधियां भी इस समय उत्तर भारत में शुरू हो रही हैं, जो अचानक मौसम में बदलाव का कारण बनी. पालम मौसम केंद्र ने 74 किमी प्रति घंटे की हवाओं की पुष्टि की है. लोगों को घरों में रहने, खिड़की-दरवाजे बंद रखने और यात्रा से बचने की सलाह दी गई है. उत्तर भारत समेत कई राज्यों में भी आंधी-तूफान और भारी बारिश की आशंका जताई गई है. आईएमडी ने एक से 3 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया था. वहीं, चार से छह मई तक रुक-रुककर हल्की बारिश जारी रह सकती है.
इसके साथ ही मौसम विभाग ने वॉर्निंग दी है कि तेज हवाओं और तूफान के दौरान खुले में नहीं रहें, खासकर पेड़ों या टिन की छतों के नीचे खड़े ना हो. इसके अलावा बिजली गिरने की आशंका के कारण घर के अंदर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें. जलभराव वाले क्षेत्रों से सावधानी बरतें. तेज बारिश के कारण दिल्ली-NCR के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. जलभराव और तेज हवाओं के कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति देखी जा रही है. (हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट)
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