संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी प्रदर्शन का किया ऐलान, खाद की कमी और पराली से लेकर इन मुद्दों पर होगा फोकस

संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी प्रदर्शन का किया ऐलान, खाद की कमी और पराली से लेकर इन मुद्दों पर होगा फोकस

संयुक्त किसान मोर्चा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देशव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है. किसान नेताओं ने कहा कि धान की कीमतों में कटौती, डीएपी की कमी, बकाया गन्ना मूल्य और पराली जलाने पर कार्रवाई के खिलाफ सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन सौंपेंगे.

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SKM ने देशव्यापी प्रदर्शन का किया ऐलान, खाद की कमी और पराली से लेकर इन मुद्दों पर होगा फोकसSKM ने देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है (फाइल फोटो)

संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने पंजाब में एक अहम मीटिंग के बाद बड़ा ऐलान किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस करके SKM ने किसानों के तमाम मुद्दों पर बड़े प्रदर्शन की बात कही है. किसान संगठन धान की कीमतों में कटौती, डीएपी की कमी, बकाया गन्ना मूल्य और पराली जलाने पर कार्रवाई के खिलाफ सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन सौंपेंगे. किसानों ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर हम लगातार बिजली शोध बिल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. इसके बारे में पत्र और ईमेल केंद्र को भेजा जाएगा और बताया जाएगा कि उसमें 26 नवंबर को बड़ा प्रदर्शन होगा. 

  • बिजली संशोधन विधेयक 2025 पर एसकेएम ने कहा कि हमने पंजाब सरकार से 9 नवंबर तक केंद्र को विधेयक वापस लेने के लिए पत्र लिखने की मांग की है. इसके लिए 1 लाख से ज़्यादा विरोध ईमेल भेजे जाएंगे. 26 नवंबर को होने वाले देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में यह मुद्दा एक प्रमुख मांग होगी.
  • पराली जलाने के मामले पर एसकेएम ने राज्य सरकार पर मशीनरी या मुआवजा उपलब्ध कराने में विफल रहने का आरोप लगाया और किसानों को दंडित करने पर कड़े विरोध की चेतावनी दी. 
  • फसल और उर्वरक मुद्दों पर SKM ने कहा कि प्रति एकड़ 8 क्विंटल धान की उपज के नुकसान के लिए मुआवजे और डीएपी की कमी के समाधान की मांग की गई. 
  • गन्ना बकाया को लेकर एसकेएम ने 199 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान को तत्काल जारी करने और गन्ना मूल्य को बढ़ाकर ₹470 प्रति क्विंटल करने की मांग की है.
  • इसके अलावा एसकेएम ने किसान मजदूर मोर्चा की एकतरफा कार्रवाई की आलोचना करते हुए सामूहिक संघर्ष का आह्वान किया.
  • अब अगली बैठक 17 नवंबर को चंडीगढ़ के किसान भवन में होगी जिसमें 26 नवंबर के राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन की योजना तैयार की जाएगी.

'किसान पर मामला दर्ज नहीं होने देंगे'

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेता रूलदु मानसा ने कहा कि DAP जो खराब गुणवत्ता का था, उस वजह से प्रति एकड़ 20 मन धान कम निकला है. इसलिए सरकार को इसकी भरपाई करनी होगी. रूलदु मानसा ने कहा कि वह जिस तरह से पत्र भेजकर एकता करना चाहते हैं उसे हम नहीं मानेंगे हम अपना संघर्ष लड़ेंगे क्योंकि वह पहले भी ऐसी हरकतें करते आए हैं. मानसा ने कहा कि पराली को लेकर किसान पर मामला दर्ज नहीं होने देंगे. फिर बेशक हमें बड़ा प्रदर्शन करना पड़े. क्योंकि हम पराली नहीं जलाना चाहते. इसके लिए मशीन इस्तेमाल की जा रही हैं पर कई जगह पर रास्ता तंग है तो वहां और कोई हल नहीं है ऐसे में हमें पराली जलाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को 5वी वर्षगांठ को लेकर चंडीगढ़ में हम बड़ा समागम करेंगे.

'बेलर वाले पैसे लेकर किसानों को परेशान कर रहे'

इस दौरान किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि तकनीकी रूप में बात करूंगा कि पराली को लेकर जो एग्रीमेंट दिए थे जिसमें कि क्षेत्र को मार्क करना था, बेलर वालों ने अब पैसे लेने शुरू कर दिए हैं पर वह किसानों को परेशान कर रहे हैं. जबकि हम पराली नहीं जलाना चाहते पर उसमें कार्यवाही नहीं हो रही. किसानों पर रेड एंट्री या पर्चे दर्ज किए जा रहे हैं, उसे नहीं मानेंगे. जो पराली की नमी 22 प्रतिशत थी अब वह 17 पर ले आए हैं, जिसमें कि देखे तो बदलते समय के मौसम ने झाड़ कम हुआ है और कलर बदला जा रहा है. वहीं हरिंद्र लखोवाल ने कहा कि जो रेलवे और पराली के मामले दर्ज हैं उन्हें सरकार वापिस ले.

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