संभल में सरकारी जमीन पर बुलडोजर एक्शनयूपी के संभल में प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन के जरिए 28 करोड़ रुपये कीमत की 27 बीघा सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराया है. इस सरकारी जमीन पर 20 साल से खेती करके अवैध कब्जा किया गया था. इसके बाद सोमवार को मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने सरकारी जमीन पर लगी फसल को उजाड़ने की कार्यवाही करते हुए सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया है.
दरअसल, संभल में सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त करने के लिए प्रशासन का ताबड़तोड़ बुलडोजर एक्शन जारी है. वही सोमवार को संभल सदर कोतवाली क्षेत्र के शेर खां सराय में प्रशासन ने 28 करोड़ रुपये कीमत की 27 बीघा सरकारी जमीन को बुलडोजर एक्शन के जरिए कब्जा मुक्त कराया है.
तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह और लेखपालों के साथ ही राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची जहां 27 बीघा सरकारी जमीन पर खेती होती हुई पाई गई. इसके बाद प्रशासन की टीम ने 27 बीघा सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करने के लिए मौके पर बुलडोजर चलवाकर फसल को उजाड़ दिया.
प्रशासन का बुलडोजर एक्शन शुरू हुआ तो सरकारी जमीन पर खेती किसानी करने वाले लोग मौके पर पहुंचे और महिलाएं बुलडोजर एक्शन रुकवाने के लिए प्रशासन के सामने रोने बिलखने लगीं. जहां प्रशासन ने सरकारी जमीन होने का हवाला दिया तो महिला ने हर वर्ष जमीन पर खेती किसानी के बदले हरिओम गुप्ता नाम के शख्स को 1 लाख 20 हजार रुपये देने का दावा किया है.
इसके बाद भू माफिया के द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके ठेके पर देकर लोगों से पैसा वसूलने का राज खुला. लेकिन फिलहाल प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलवा कर 28 करोड़ रुपये कीमत की 27 बीघा सरकारी जमीन को कब्जे में लिया गया है. वहीं लोगों से पैसा वसूलने वाले भूमाफिया का नाम सामने आने के बाद प्रशासन कार्यवाही की बात कह रहा है.
खेती किसी करने वाले किसान का कहना है कि हम लोग पिछले 9 साल से इस जमीन पर खेती कर रहे हैं और हरिओम गुप्ता नाम के शख्स की जमीन पर हम लोग खेती कर रहे थे. हम लोग इस खेती के बदले उनको 1 लाख 20 हजार रुपये हर वर्ष देते थे और हरिओम गुप्ता ही इस पैसे को हमसे लेते थे. लेकिन अब हमारी मांग है कि इस खेती में हमारा जो पैसा लगा हुआ है, वह पैसा हमें वापस मिलना चाहिए. इस कार्यवाही के होने से हमें तीन से चार लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
सरकारी जमीन पर खेती करने वाली महिला ने कहा, हम लोग पिछले 20 साल से इस जमीन पर खेती कर रहे हैं. अब इस नुकसान के पैसे हमें कौन वापस लौटाएगा.
तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, संभल शहर से सटी हुई 27 बीघा सरकारी जमीन है जिसकी सर्किल रेट के हिसाब से 27 करोड़ रुपये कीमत है. इस जमीन पर स्थानीय लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया था और पिछले 20 साल से इस जमीन पर अवैध कब्जा होने की जानकारी मिली थी.
तहसीलदार ने कहा, आज मौके पर पहुंचकर इस जमीन को खाली करा कर अपने कब्जे में लिया जा रहा है और इस जमीन की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है. इसके बाद जिलाधिकारी से निर्देश मिलने पर अगली कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस भूमि की सर्किल रेट के अनुसार कीमत 28 करोड़ है और बाजार के अनुसार इसकी कीमत 70 से 80 करोड़ रुपये है.(अभिनव माथुर का इनपुट)
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