Bihar Sonpur Mela: बिहार के सारण जिले में हर साल की तरह लगने वाला सोनपुर का विश्व प्रसिद्ध पशु मेला शुरू हो चुका है, जो 32 दिनों तक चलेगा. मेला खास तौर पर घोड़ो की खरीद-फरोख्त को लेकर मशहूर रहा है, लेकिन बड़ी संख्या में अन्य जानवर भी यहां खरीदे-बेचे जाते हैं. एक ओर जहां इस बार मेले में घोड़ो के बाजार की अलग रौनक दिख रही है तो वहीं दूसरी ओर हरियाणा से पहुंचा भैंसा मेले में आकर्षण का केंद्र बिंदु बना हुआ है.
हरियाणा से पहुंचे इस भैंसे का नाम राजा है, जिसे देखने के लिए मेले में भीड़ उमड़ रही है, लेकिन बिहार की बॉर्डर में एंट्री के बाद से ही इसकी हालत बहुत अच्छी नहीं है, क्योंकि यह भैंसा दारू पीता है, जो कि अब इसे नहीं मिल रही है. वहीं, बिहार सरकार की शराबबंदी के चलते यहां शराब लाई भी नहीं जा सकती. ‘राजा’ की कीमत 2 करोड़ रुपये है, जिस वजह से यह चर्चा में है और लोग इसे देखने को आतुर नजर आ रहे हैं. दरअसल, राजा नाम का ये भैंसा हरियाणा में पाई जाने वाली एक ख़ास नस्ल का भैंसा है, यह आकार में बेहद लंबा, तगड़ा और मजबूत है. भैंसे के मालिक रामजतन यादव ने बताया कि अच्छी खुराक के साथ चुस्ती-फुर्ती के लिए रोज-सुबह शाम बियर या शराब पिलाई जाती है.
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हरियाणा के बाद उत्तर प्रदेश तक तो सब ठीक था, लेकिन बिहार में एंट्री करने के बाद से इस भैसे को शराब नहीं मिल रही है. सोनपुर मेले में पहुंचने के बाद लोगों की भीड़ इसको देखने के लिए उमड़ रही है, लेकिन पिछले 4 दिनों से मेले में बियर (शराब) नहीं मिलने की वजह से भैंसा परेशान और बेहाल दिखने लगा है. रामजतन ने बताया कि वे इसे खाने में सेब, दूध, गेहूं-चना आदि देते हैं. सुबह-शाम बियर नहीं मिलने की वजह से यह सुस्त और परेशान है. इसके अलावा भीड़ की वजह से भी भैंसा थोड़ा परेशान है और ढंग से खा-पी नहीं रहा है.
सोनपुर के पशु मेले में गाय-बैल के साथ घोड़े और बकरियों के बाजार में देश के कोने-कोने से मवेशी व्यापारी अपने मवेशियों को लेकर पहुंचे है , जिनकी खरीद बिक्री के लिए लोगो की भीड़ उमड़ रही है. मेले की शुरुआत के साथ ही सोनपुर मेले में अभी तक तक़रीबन 5 हजार घोड़े आए हैं जिन्हे उनकी नस्ल , रंग-रूप और खासियत के लिहाज से खरीदा और बेचा जा रहा है. घोड़ा बाजार में 20 हजार से लेकर 11 लाख तक के घोड़े हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग दूर से पहुंच रहे हैं. (संदीप आनंद की रिपोर्ट)
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