PM मोदी ने क्यों कहा केवल गाय और भैंस तक ही सीमित न रहें किसान? बकरी पालन भी है जरूरी

PM मोदी ने क्यों कहा केवल गाय और भैंस तक ही सीमित न रहें किसान? बकरी पालन भी है जरूरी

पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने का भी एक बड़ा माध्यम बन रहा है. इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा जी और उनके पति बीरेन साहू जी का एक बड़ा फैसला है.

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PM मोदी ने क्यों कहा केवल गाय और भैंस तक ही सीमित न रहें किसान? बकरी पालन भी है जरूरीमन की बात में पीएम मोदी ने गोट बैंक का किया जिक्र. (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 110वें मन की बात को संबोधित करते हुए खेती- किसानी में बढ़ रही महिलाओं की भूमिका के बारे में भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में, खास कर गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी. लेकिन आज ये संभव हो रहा है. आज तो गांव-गांव में ड्रोन दीदी की इतनी चर्चा हो रही है कि हर किसी की जुबान पर नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी ही चल पड़ा है. अब हर कोई इनके विषय में चर्चा कर रहा है.

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने बिहार के भोजपुर के रहने वाले भीम सिंह भवेश का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति की सीख है परमार्थ परमो धर्मः यानि, दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा कर्तव्य है. इसी भावना पर चलते हुए हमारे देश में अनगिनत लोग नि:स्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं बिहार में भोजपुर के भीम सिंह भवेश जी. दरअसल, भीम सिंह गांव के लोगों को फॉर्म भरने और सरकारी कामों में मदद करते हैं.

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देश में बढ़ी बाघों की संख्या

पीएम मोदी ने कहा कि 3 मार्च को 'विश्व वन्य जीव दिवस' है. इस दिन को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस वर्ष World Wild Life Day की theme में Digital Innovation को सर्वोपरि रखा गया है. पिछले कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है.

कालाहांडी में बकरी पालन से मुनाफा

पीएम ने कहा कि ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने का भी एक बड़ा माध्यम बन रहा है. इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा जी और उनके पति बीरेन साहू जी का एक बड़ा फैसला है. जयंती जी और बीरेन जी ने यहां एक दिलचस्प माणिकास्तु Goat Bank भी खोला है. वे सामुदायिक स्तर पर बकरी पालन को बढ़ावा दे रहे हैं.

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बकरी पालन भी करें

प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां तक पशुधन पालन का सवाल है, हम केवल गाय और भैंस तक ही बात सीमित रखते हैं. लेकिन बकरियां भी एक महत्वपूर्ण पशुधन हैं. देश के अलग-अलग इलाकों में भी कई लोग बकरी पालन से जुड़े हुए हैं. ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन ग्रामीणों की आजीविका का प्रमुख स्रोत बन रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अगले तीन महीनों तक मन की बात का प्रसारण नहीं किया जाएगा. हालांकि, देश की उपलब्धियां नहीं रुकेंगी. मन की बात हैशटैग के साथ देश की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहें.
 

 

 

 

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