प्रधानमंभी किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की एक ऐसी योजना है जिससे देश के करोड़ों किसानों को लाभ मिल रहा है. किसानों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से केंद्र की मोदी सरकार ने साल 2019 में यह योजना शुरू की थी. तब से लेकर अब तक करोड़ों किसान इस योजना से जुड़ चुके हैं और उन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है. योजना के तहत किसानों को एक साल में 6000 हजार रुपये दिए जाते हैं जो तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं. इसलिए इस योजना का लाभ उठाने के लिए इस योजना से रजिस्टर्ड किसानों को ई-केवाईसी (eKYC) कराना अनिवार्य है. पीएम किसान योजना के तहत ई-केवाईसी कराने वाले किसान ओटीपी के जरिए भी ई-केवाईसी कर सकते हैं या फिर बॉयोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी के लिए अपने नजदीकी सीएससी या प्रज्ञा केंद्र में संपर्क कर सकते हैं.
पीएम किसान योजना में अगर लाभुक किसान की ई केवाईसी नहीं हो पाती है तो फिर उसके अकांउट में पीएम किसान की राशि भी नहीं आती है. ई केवाईसी यह प्रक्रिया है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि पीएम किसान योजना का लाभ किसी भी बिचौलिए की भागीदारी के बिना लाभुक किसान के आधार से जुड़े बैंक खाते मं ही पहुंचता है. साथ ही यह पता चलता है कि योजना का लाभ असली लाभुक तक पहुंच रहा है.
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पीएम किसान सम्मान निधि योजना में कई तरीकों से लाभुक अपना ई केवाईसी करा सकते हैं. यहां पर हम आपको बताएंगे कि आप-किन किन तरीकों से अपना ई केवाईसी करा सकते हैं.
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वैसे तो किसान कई तरीकों से ई-केवाईसी कर सकते हैं जो उन्हें सबसे आसान लगता है. पर वो अपने मोबाइल से भी सुविधानुसार ई केवाईसी कर सकते हैं. यह ई केवाईसी करने का सबसे आसान, नया और परेशानियों से मुक्त तरीका है. इसके लिए किसानों को इन पांच स्टेप्स का पालन करना होगा. लाभुक किसान इस बात का ध्यान रखें कि ई केवाईसी करने के 24 घंटे के बाद ही अपडेटेड जानकारी पोर्टल पर दिखाई देती है.
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