कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार काम कर रही है. ड्रोन के इस्तेमाल में महिलाओं को आगे लाने के लिए और ग्रामीण महिलाओं को इसके जरिए रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत कई ग्रामीण महिलाएं ड्रोन दीदी बन कर बेहतर कमाई कर रही हैं और अपनी आजीविका चला रही हैं. नमो दीदी योजना के तहत मोदी सरकार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध करा रही है. इस ड्रोन का इस्तेमाल कृषि कार्यों के लिए किया जा रहा है. वहीं लखपति दीदी योजना के जरिए ग्रामीण महिला किसानों को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें वित्तीय सहायता भी दी जा रही है.
इसी के तहत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित सशक्त नारी-विकसित भारत कार्यक्रम में 1000 नमो ड्रोन दीदियों को ड्रोन सौंपे. इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों को बैंक लोन के तौर पर सहायता निधि के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी बहनें और बेटियां भारतीय कृषि को नई दिशा देने वाली ड्रोन टेक्नोलॉजी की पहली पायटल हैं. हमारी बहनें देश को यह सिखाएंगी कि ड्रोन से आधुनिक खेती कैसे की जाती है. गौरतलब है कि लखपति दीदी योजना के तहत एसएचजी की सदस्य महिलाओं को ड्रोन दीदी योजना के रूप में ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
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केंद्र सरकार ने दिसंबर 2023 में ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की थी. ड्रोन दीदी योजना के तहत देश में स्वयं सहायता समूह की सदस्य महिलाओं में से 15000 से अधिक महिलाओं को ड्रोन दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्हें ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य देश की ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ते हुए आत्मनिर्भर बनाना है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि नमो ड्रोन दीदी योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को इन तीन शर्तों को पूरा करना होगा.
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पीएम ड्रोन दीदी योजना का लाभ स्वयं सहायता समूही की महिलाओं को ही दिया जाएगा. योजना के अंतर्गत चयनित महिला को 15 दिनों तक ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. ड्रोन दीदी के रूप में जो महिला काम करेगी उसे 15,000 रुपये की सैलरी दी जाएगी. ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण 10 से 15 गांवों का एक कलस्टर बनाकर महिलाओं को दिया जाएगा. योजना के माघ्यम से डीबीटी के जरिए महिलाओं के खाते में उनकी सैलरी ट्रांसफर की जाएगी. योजना का लाभ लेने के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है-
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