सुरक्षा चूक पर संसद में विपक्ष का भारी हंगामा, कांग्रेस के 9 एमपी समेत 15 विपक्षी सांसद सस्पेंड

सुरक्षा चूक पर संसद में विपक्ष का भारी हंगामा, कांग्रेस के 9 एमपी समेत 15 विपक्षी सांसद सस्पेंड

संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया गया. इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान भर्तृहरि महताब ने पारित किया.

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सुरक्षा चूक पर संसद में विपक्ष का भारी हंगामा, कांग्रेस के 9 एमपी समेत 15 विपक्षी सांसद सस्पेंडसुरक्षा चूक पर संसद में विपक्ष का भारी हंगामा

संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में विपक्षी सांसद गृह मंत्री के बयान और आरोपियों के पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं. हंगामा करने और चेयर का अपमान करने के आरोप में अब तक विपक्ष के 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है. संसद से जिन 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें से 9 कांग्रेस, 2 सीपीएम, 2 डीएमके और एक सीपीआई पार्टी से हैं. कांग्रेस के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी इडेन, एस जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस का नाम शामिल है.

इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान भर्तृहरि महताब ने पारित किया. इन सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया गया है. इस दौरान विपक्ष के सांसद लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए देखे गए.  

सासंदों को किया गया सस्पेंड

इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में टीएमसी ने कहा कि जवाबदेही से बचना बीजेपी का सबसे मजबूत पक्ष है.संसद की इस घटना को लेकर गुरुवार को I.N.D.I.A गठबंधन के दलों की बैठक भी हुई थी, जिसमें उन्होंने मांग की है-  

  • कल संसद में हुई बेहद गंभीर और खतरनाक सुरक्षा चूक पर दोनों सदनों में गृह मंत्री विस्तृत बयान दें और उसके बाद इसपर चर्चा हो.
  • घुसपैठ करने वालों को विजिटर पास दिलवाने वाले BJP सांसद प्रताप सिम्हा के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई हो.
  • मोदी सरकार द्वारा इन पूरी तरह से वैध और उचित मांगों को मानने से इंकार करने के कारण आज सुबह लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित हो गई.  

निलंबन के लिए पेश किया गया दूसरा प्रस्ताव 

दोपहर 3 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने वीके श्रीकंदन (कांग्रेस), बेनी बेहानन (कांग्रेस), मोहम्मद जावेद (कांग्रेस), पीआर नटराजन (सीपीआई-एम), कनिमोझी (डीएमके), के सुब्बारायण (सीपीआई), एसआर पार्थिबन (डीएमके), एस वेंकटेशन (सीपीआई-एम), और मनिकम टैगोर (कांग्रेस) को निलंबित करने के लिए दूसरा प्रस्ताव पेश किया.

नेताओं ने सदन में रखा विरोध जारी 

एक सांसद ने बाद में दावा किया कि प्रथिबन का नाम निलंबित सांसदों में शामिल किया गया था, जबकि वह दिल्ली में मौजूद नहीं हैं और चेन्नई में हैं. सदन को शुक्रवार को फिर से मिलने के लिए स्थगित कर दिया गया. निलंबित कुछ सदस्यों ने स्थगन के बाद भी सदन में विरोध जारी रखा. कुछ देर बाद उनमें से कुछ बाहर आ गए. लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार से बयान की मांग करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जबकि अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद परिसर की सुरक्षा लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारी है. 4 दिसंबर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को समाप्त होगा. (पॉलोमी शाहा की रिपोर्ट)

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