जैविक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. दिल्ली के INA मार्केट स्थित दिल्ली हाट में आज से FPO की ओर से मेले का आयोजन किया जा रहा है. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (SFSC) और सीएससी ने मिलकर आइएनए मार्केट स्थित दिल्ली हाट में मेले का आयोजन किया है. इस मेले में देश के प्रमुख FPOs भाग लेंगे. दिल्ली हाट में लगे इस मेले में 19 FPOs अपनी एक से बढ़कर एक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगे. इस मेले के माध्यम से आने वाले लोगों को प्राकृतिक उत्पादों का एक नया अनुभव मिलेगा. यह मेला तीन दिनों का होगा जो 27 से दिसंबर से शुरू होगा और 29 दिसंबर को समाप्त होगा.
हो जाइए तैयार, बस 1 दिन और..#FPO की शानदार प्रदर्शनी जहाँ एक छत के नीचे देश भर से आये 19 FPO किसानों के शुद्ध व जैविक उत्पादों को खरीदने का मौका मिलेगा।
— SFAC India (@sfacindia) December 26, 2023
स्थान- दिल्ली हाट INA, नई दिल्ली
तिथि: 27-29 दिसंबर
जरुर आएं।@AgriGoI @MundaArjun @ShobhaBJP @KailashBaytu #VocalForLocal pic.twitter.com/Nr1uo7f7BB
इस मेले में FPO की शानदार प्रदर्शनी लगने वाली है. यहां दिल्ली के अलावा दूर-दूर से आए लोगों को शुद्ध और जैविक उत्पाद खरीदने का मौका मिलेगा. यहां लोग मिलेट्स यानी मोटे अनाज और उससे बने अलग-अलग उत्पादों को खरीद सकते हैं. इसके अलावा शुद्ध और बेहतर क्वालिटी के शहद, मसाला और नमकीन जैसे कई उत्पाद किसानों से सीधे खरीदने का मौका मिलेगा.
ये भी पढ़ें:- शुद्ध शहद की क्या है क्वालिटी, इससे कैसे बढ़ती है इम्युनिटी, पढ़ें इस मशहूर पहलवान की बात
FPO यानी किसान उत्पादक संगठन, किसानों का एक समूह होता है जो अपने क्षेत्र में फसल उत्पादन से लेकर खेती-किसानी से जुड़ी तमाम व्यावसायिक गतिविधियां चलाता है. FPO के जरिए किसानों को न सिर्फ कृषि उपकरण के साथ खाद, बीज, उर्वरक जैसे कई उत्पाद के थोक मूल्य पर छूट मिलते हैं, बल्कि FPO तैयार फसल और उसकी प्रोसेसिंग करके उत्पाद को मार्केट में बेचते हैं. FPO ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई रफ़्तार दे रहे हैं. बाजारों तक किसानों की पहुंच आसान बनाने के क्रम में आज देश के हर ब्लॉक में एक FPO या तो बन चुका है या जल्द ही बन जाएगा.
FPO के माध्यम से आज 8 लाख किसानों के 2165 से ज्यादा संगठन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ONDC के साथ जुड़कर व्यापार कर रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक भारत में सबसे अधिक छोटे और सीमांत किसान हैं, जिनकी औसत जोत बहुत कम है. अधिकांश छोटे और सीमांत किसानों को उत्पादन और उत्पादन के बाद के काम जैसे टेक्नोलॉजी तक पहुंच, उचित कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण साजो-सामान, बीज उत्पादन, खेती की मशीनरी और सबसे महत्वपूर्ण बाजार तक पहुंचने में जबरदस्त चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इस प्रकार, एफपीओ के गठन से ऐसे उत्पादकों की चुनौतियों का समाधान करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today