पिछले दिनों Rajya Sabha Election में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के करीबी नेता अशोक सिंह को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने से कमलनाथ की केंद्रीय नेतृत्व के प्रति नाराजगी, पार्टी छोड़ने की हद तक बढ़ गई. पिछले सप्ताह तो बात यहां तक जा पहुंची कि वह छिंदवाड़ा से सांसद अपने बेटे नकुलनाथ के साथ भाजपा का दामन थामने के लिए दिल्ली भी रवाना हाे गए. हालत यह हाे गई कि मौजूदा एमपी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह को बयान देना पड़ा कि खुद को इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा बताने वाले कमलनाथ, कांग्रेस से अपने 4 दशक पुराने संबंध तोड़ कर भाजपा में नहीं जाएंगे. किन्ही वजहों से कमलनाथ को भाजपा की दहलीज तक पहुंच कर वापस लौटना पड़ा. माना जा रहा है कि कमलनाथ अब फिलहाल कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे.
कमलनाथ ने भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं पर फिलहाल विराम लगाने की कोशिश की है. इसकी बानगी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बनी है. कमलनाथ ने हाल ही में न्याय यात्रा की तैयारियों को लेकर भोपाल में हुई Virtual Meeting में शिरकत करके उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं को थामने की कोशिश की थी.
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कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ द्वारा कांग्रेस का 'हाथ' छोड़ने को लेकर चल रही चर्चाओं के शुरुआती दौर में दोनों नेताओं ने कोई खंडन नहीं किया था. इसके बाद ही उनके भाजपा में शामिल होने को लेकर सुगबुगाहट और भी तेज हो गई. हालांकि BJP High Command के साथ जब बात नहीं बनी, तब कमलनाथ ने खुद इस संशय को दूर किया. सियासी गलियारों की चर्चाओं के मुताबिक Anti Sikh Riots मामले की जांच की आंच के दायरे में कमलनाथ का नाम भी आने के कारण भाजपा नेतृत्व ने आगामी चुनाव में नुकसान की आशंका को देखते हुए उन्हें पार्टी में शामिल करने से फिलहाल इंकार कर दिया है.
इसके बाद ही उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर एमपी में चल रही तैयारियों की बैठक में शिरकत की. उन्होंने इस यात्रा में खुद शामिल होने की जानकारी भी Social Media पर साझा की. कमलनाथ ने कहा कि ''मध्य प्रदेश की जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगवानी के लिए उत्साहित हैं. अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ हम सबके नेता श्री राहुल गांधी जी पूरे देश में सड़कों पर उतरकर एक निर्णायक लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं. मैं मध्य प्रदेश की जनता और कांग्रेस के जाँबाज़ कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूँ कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर राहुल गांधी जी का संबल और साहस बनें. हम और आप मिलकर अन्याय के खिलाफ जारी इस महाअभियान को अंजाम तक पहुँचायेंगे.
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कमलनाथ द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अपने समर्थकों को संदेश जारी करने के साथ ही भाजपा में शामिल होने के बारे में संशय के बादल फिलहाल छट गए. इसके बाद PCC की ओर से भी एक बयान जारी कर कहा गया कि Ex CM कमलनाथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में सम्मिलित होंगे. इसमें कहा गया कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा आगामी दो मार्च को राजस्थान के धौलपुर से होते हुए एमपी में मुरैना से प्रवेश करेगी.
यहां यात्रा का स्वागत करने के लिए कमलनाथ मौजूद रहेंगे. वह 2 मार्च को छिंदवाड़ा से ग्वालियर पहुंचेंगे और फिर 6 मार्च तक एमपी में यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ रहेंगे. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की ओर से बताया गया कि 2 मार्च राहुल गांधी मुरैना में जनसभा को संबोधित कर ग्वालियर में रोड शो करेंगे. इसके बाद 3 मार्च को वह शिवपुरी पहुंचें. अगले दिन 4 मार्च को यह यात्रा गुना और राजगढ़ पहुंचेगी. यात्रा का अगला पड़ाव 5 मार्च को शाजापुर और उज्जैन में है, जहां वह महाकाल मंदिर में दर्शन करने के बाद रोड शो करेंगे. यात्रा के अंतिम दिन 6 मार्च को राहुल धार के बदनावर और रतलाम में आदिवासियों के साथ बैठक करेंगे.
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