रबी फसल के सीजन के बाद अब जायद फसलों का सीजन चल रहा है. इसके बाद फिर जब बारिश शुरू होगी तब खरीफ का सीजन शुरू हो जाएगा. चूंकि जायद सीजन में गर्मी बहुत होती है, मौसम सूखा होता है और तेज धूप होती है, इसलिए खेती बाड़ी का खास खयाल रखना पड़ता है. खेत तैयार करने से लेकर बुवाई और सिंचाई का विशेष खयाल रखना पड़ता है. इसे लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की तरफ से किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. इस सलाह का पालन करके किसान जायद सीजन भी सब्जियों और फसलों की अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं. इसके साथ ही इससे किसानों को अच्छी कमाई भी हो जाती है.
जायद सीजन में अलग-अलग राज्यों में वहां की भौगोलिक स्थिति और मौसम को देखते हुए खेती की जाती है. इसे लेकर आईएमडी की तरफ से सलाह जारी की गई है. इस सीजन में बिहार के किसान मक्के की बुवाई कर सकते हैं जबकि ओडिशा में इस सीजन में चना, मिर्च और बैंगन की कटाई किसान करें. पश्चिम बंगाल के किसानों के लिए जारी सलाह में कहा गया है कि वे पक चुके बोरो चावल और मक्का की कटाई करें. साथ ही मूंग की बुवाई भी शुरू कर सकते हैं. इसके अलावा कैप्सुलरिस और ओलिटोरियस जूट की बुवाई किसान कर सकते हैं.
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उत्तर प्रदेश में किसान पके गेहूं की कटाई के बाद मूंग की बुवाई शुरू कर सकते हैं. वहीं असम के किसान इस सीजन में आहू चावल, बाओ चावल, ग्रीष्म मूंग और काला चना, मक्का, भिंडी और कैप्सुलरिस जूट की बुवाई के साथ साथ गन्ना, केला और अदरक की खेती कर सकते हैं. मणिपुर के किसानों के लिए जारी सलाह में कहा गया है कि किसान इस वक्त प्री खरीफ चावल की रोपाई करें. साथ ही मक्का, फ्रेंच बीन्स, फॉक्सटेल बाजरा की बुवाई के साथ-साथ अदरक और हल्दी की रोपाई कर सकते हैं. मिजोरम के किसान मक्का, लोबिया, चावल की फलियां, कद्दू और ककड़ी की बुवाई के साथ गन्ने की रोपाई कर सकते हैं.
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राजस्थान के किसानों के लिए जारी सलाह में कहा गया है कि किसान मक्के की कटाई के साथ ही जायद मूंग और भिंडी की बुवाई कर सकते हैं. पंजाब में किसान गेहूं की कटाई करने के अलावा बीटी कपास और देसी कपास की बुवाई कर सकते हैं. हरियाणा के किसान गेहूं की कटाई करने के बाद कपास और मूंग की बुवाई कर सकते हैं. केरल के किसान पांरपरिक पुंचा चावल की कटाई कर सकते हैं. तमिलनाडु के किसान पके हुए धान, काले चने और हरे चने की कटाई कर सकते हैं. इसके अलावा कंबु और ज्वार की बुवाई कर सकते हैं. आंध्र प्रदेश में किसान मूंगफली की बुवाई कर सकते हैं. इधर महाराष्ट्र के किसान परिपक्व प्याज, तरबूज, खरबूजा, लहसुन, सूरजमुखी, अदरक और हल्दी की कटाई कर सकते हैं.
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