एक बार फिर से देश के किसान राजधानी दिल्ली को ओर कूच करने वाले हैं. कई दिनों से शंभू बॉर्डर पर बैठे किसान 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में हरियाणा के किसान मार्च करने वाले किसानों के लिए लंगर और रात्रि विश्राम की व्यवस्था करेंगे. भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) के सदस्य, जो फरवरी से चल रहे विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ, रात्रि विश्राम और लंगर की व्यवस्था करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे.
बीकेयू (एसबीएस) के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे बड़ी संख्या में आगे आकर किसानों का समर्थन करें और मार्च के दौरान व्यवस्था करें. यूनियन सभी व्यवस्थाएं करने में अहम भूमिका निभाएगी. किसानों के पड़ाव के लिए जग्गी सिटी सेंटर, अंबाला में मोहरा अनाज मंडी और कुरुक्षेत्र में खानपुर जट्टान और पिपली सहित कुछ स्थानों का चयन किया गया है. स्थिति, मौसम की स्थिति और किसानों की संख्या का जायजा लेने के बाद आगे की जगहों का चयन किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:- Farmers Protest: हाईजैक हुई दिल्ली-नोएडा की सड़कें, संसद मार्च पर अड़े किसान
बीकेयू (एसबीएस) अंबाला जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह माजरी ने कहा कि हम फरवरी से ही आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और वरिष्ठ नेताओं ने 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करने का फैसला किया है. आज यूनियन के सदस्यों के साथ एक बैठक हुई और मार्च करने वालों के समूह के लिए ठहरने और लंगर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. हमारे यूनियन के सदस्य किसानों के लिए भोजन, पानी, चाय और अन्य खाद्य पदार्थ लाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें अपने मार्च के दौरान किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े."
उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी असामाजिक तत्व समूह में शामिल न हो, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. अगर कोई अज्ञात व्यक्ति किसानों के साथ जुड़ता है तो हम आगे की कार्रवाई के लिए प्रशासन को सूचित करेंगे. यूनियन के सदस्यों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं और हम भी बाद में मार्च में शामिल होंगे."
इस बीच, बीकेयू (एसबीएस) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहरी ने कहा कि किसान केंद्र के समक्ष लंबित मांगों को उठाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मार्च करेंगे. आंदोलनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए यूनियन के सदस्यों को 6 दिसंबर को बड़ी संख्या में शंभू पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. चूंकि किसान ट्रैक्टर-ट्रेलरों के बिना मार्च करेंगे, इसलिए हमारे संघ द्वारा अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल और अन्य स्थानों पर रहने और खाने की व्यवस्था की जाएगी."
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today