हरियाणा और पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवारों का विरोध लगातार जारी है. हरियाणा के रोहतक में भी बीजेपी उम्मीदवार और सांसद अरविंद शर्मा के विरोध का मामला सामने आया है. रोहतक के गांव टिटौली में उनका जमकर विरोध हुआ है. अरविंद शर्मा शुक्रवार को रोहतक जिले के गढ़ी किलोई सांपला हल्के के गांवों के चुनावी दौरे पर थे. चुनाव प्रचार करते हुए जब अरविंद शर्मा अपने काफिले के साथ रोहतक के गांव टिटौली में पहुंचे तो वहां पहले से ही मौजूद किसानों ने उन्हें घेर लिया और उनसे पांच सवाल पूछे.
विरोध कर रहे किसानों ने अरविंद शर्मा से पूछा कि आप पांच साल में पहली बार गांव में वोट मांगने के लिए आए हैं. इसके साथ ही किसानों ने एमएसपी गारंटी कानून की मांग की. किसानों ने फसल खराब होने पर मुआवजे को लेकर सवाल किया. पर किसानों के सवाल के जवाब में बीजेपी नेताओं ने किसानों को कांग्रेसी और गुलाबी गैंग का सदस्य बताया. इसके बाद किसान और भड़क गए. नतीजा ये हुआ कि अरविंद शर्मा की चुनावी सभा में खूब हंगामा हुआ. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और किसानों के बीच खूब बहस हुई.
ये भी पढ़ेंः पंजाब में बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ किसानों का विरोध जारी, 15 दिन में हुए 40 प्रदर्शन
इस बीच किसानों के विरोध को देखते हुए बीजेपी उम्मीदवार अरविंद शर्मा अपने समर्थकों के साथ बीच कार्यक्रम से ही निकल गए जबकि किसानों और बीजेपी समर्थकों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि हाथापाई की नौबत आ गई. किसानों ने बीजेपी समर्थकों पर लात और थप्पड़ बरसाना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई. गौरतलब है कि किसान पहले भी बीजेपी उम्मीदवार अरविंद शर्मा का विरोध कर चुके हैं. इसलिए किसानों के विरोध को देखते हुए रोहतक पुलिस ने उन्हें कड़ी सुरक्षा दी है. इसके बावजूद अरविंद शर्मा की चुनावी सभा में लात और थप्पड़ चल गए.
ये भी पढ़ेंः पंजाब सरकार ने धान की किस्म पूसा 44 पर लगाया बैन, अधिकारियों को दिया ये खास निर्देश
वहीं किसानोंने कहा कि जब बीजेपी उम्मीदवार और सांसद अरविंद शर्मा उनके गांव आए थे तो किसानों ने उनसे पूछा कि पांच साल बाद सिर्फ वोट मांगने क्यों आए हैं. इसके अलावा किसानों ने पांच सवाल पूछे. पर उन्होंने किसानों के सवालों का सही तरीके से जवाब नहीं दिया और उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. किसानों ने कहा कि अरविंद शर्मा राम मंदिर और धारा 370 की बात कर रहे थे, पर उससे किसानों को क्या लेना-देना है. किसान एमएसपी गारंटी कानून की मांग कर रहे हैं. अपनी मांगों क लेकर किसान पंजाब बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं. पर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today