Cyclone Michaung: ओडिशा के तटीय जिलों में ऑरेन्ज अलर्ट, फसलों को नुकसान से बचाने के लिए किसान परेशान

Cyclone Michaung: ओडिशा के तटीय जिलों में ऑरेन्ज अलर्ट, फसलों को नुकसान से बचाने के लिए किसान परेशान

इस भारी बारिश की संभावना के बीच किसान अपनी फसलों को मौसम की मार से बचाने का प्रयास कर रहे हैं. किसानों की परेशानी इसलिए बढ़ गई है क्योंकि फसल काटने के लिए तैयार है.

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Cyclone Michaung: ओडिशा के तटीय जिलों में ऑरेन्ज अलर्ट, फसलों को नुकसान से बचाने के लिए किसान परेशान

चक्रवात मिचौंग के आज शाम तक आंध्र प्रदेश में बापटला के करीब नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच टकराने की सभांवना के बीच ओडिशा में इस चक्रवाती तूफान का असर शुरू हो गया है. ओडिशा के गजपति सहित दक्षिणी जिलों में सोमवार रात से ही बारिश शुरू हो हो गई है. हालांकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से ओडिशा में चक्रवात को लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है. पर आईएमडी ने कहा है कि प्रदेश के दक्षिणी और तटीय ओडिशा के जिलों में पांच और छह दिसंबर को भारी से बहुत भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है. इस बारिश के कारण किसानों की तैयार फसलों को काफी नुकसान हो सकता है. 

इस भारी बारिश की संभावना के बीच किसान अपनी फसलों को मौसम की मार से बचाने का प्रयास कर रहे हैं. किसानों की परेशानी इसलिए बढ़ गई है क्योंकि फसल काटने के लिए तैयार है. ओडिशा की एक स्थानीय वेबसाइट के अनुसार किसानों ने बताया कि बारिश के कारण उनकी कई फसलें पहले ही खराब हो चुकी हैं. फिर अब जब हम फसल उगाने में कामयाब रहे और फसल काटने के लिए तैयार है तब एक बार फिरल चक्रवात आ गया है. इसके कारण हम तेजी से धान की कटाई करने के लिए मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे हमारा खर्च बढ़ गया है. 

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इन जिलों के लिए जारी किया गया ओरेन्ज अलर्ट

बता दें कि ओडिशा के सीमावर्ती जिलों में बारिश शुरू हो चुकी है. आईएमडी ने कहा कि आज से मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति और गंजम जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. वहीं मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति और गंजाम में भारी से बहुत भारी बारिश की ओरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि पुरी, कालाहांडी, नबरंगपुर और कंधमाल जिलों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है. 

एनडीआरएफ की टीम तैनात

गौरतलब है कि ओडिशा सरकार और जिला प्रशासन ने पहले ही किसानों को अपनी कटी हुई फसल को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और खुले में न छोड़ने की सलाह जारी की थी. बारिश को लेकर गजपति जिले के कलेक्टर स्मृतिरंजन प्रधान ने बताया कि जिले के काशीनगर और गोशानी प्रखंड की पहचान फोकस क्षेत्रों के तौर पर की गई है. इसके अलावा अन्य पांच प्रखंडों के लिए एडवाइजरी पहले की जारी की जा चुकी है. इतना ही नहीं राहत और बचाव कार्य के लिए 31 सदस्यीय एऩडीआरएफ की टीम गुनुपुर पहुंच चुकी है ताकि जरुरत पड़ने पर तुरंत काम हो सके. 

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100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

ओडिशा में एनडीआरएफ की तैयारियों की जानकारी देते हुए डीआरएएफ उप-निरीक्षक, प्रदीप कुमार डोरा ने कहा, कि टीम पहले से ही मौजूद है. हमारे पास बाढ़ और चक्रवात दोनों का सामना करने के सभी तरह के संसाधन उपलब्ध हैं. वहीं आईएमडी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार तूफान मिचौंग आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है और आज दोपहर बाद यह गंभीर तूफान में बदल जाएगा. इस दौरान 100-110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. यह तूफान नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच बापटला में एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पार कर जाएगा.
 

 

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