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BJP की 400 सीटों पर किसान नेता नरेश टिकैत को संदेह, कहा-लोगों में जोश कहां है?

BJP की 400 सीटों पर किसान नेता नरेश टिकैत को संदेह, कहा-लोगों में जोश कहां है?

भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने कहा है कि अगर एनडीए के नेता कह रहे हैं कि वे 400 के आंकड़े को पार करेंगे तो फिर उन्हें चुनाव लड़ने की क्या जरूरत है. खास बात यह है कि उन्हें इसका अंदाज़ा पहले से ही हो जाता है. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या उनके पास कोई ज्योतिषी है जिसने भविष्यवाणी की है कि ऐसा होने वाला है?

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किसान नेता नरेश टिकैत किसान नेता नरेश टिकैत

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए मतदाताओं ने शुक्रवार को अपना वोट दे दिया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पहले चरण में मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया और कई जगहों पर वोट प्रतिशत भी अच्छा रहा. इस चुनाव में बीजेपी अबकी बार 400 पार के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. बीजेपी के सभी बड़े नेता भी मंच से यह यह नारा देते हैं कि इस बार बीजेपी 400 पार के आंकड़े को पार करेगी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के इस आंकड़े को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने सवाल उठाया है. किसान नेता नरेश टिकैत ने शुक्रवार को एनडीए के 400 का आंकड़ा पार करने के बीजेपी के दावे पर संदेह व्यक्त किया और दावा किया कि चुनाव को लेकर "लोगों में कोई जोश नहीं है".

पीटीआई से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने कहा कि अगर एनडीए के नेता कह रहे हैं कि वे 400 के आंकड़े को पार करेंगे तो फिर उन्हें चुनाव लड़ने की क्या जरूरत है. खास बात यह है कि उन्हें इसका अंदाज़ा पहले से ही हो जाता है. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या उनके पास कोई ज्योतिषी है जिसने भविष्यवाणी की है कि ऐसा होने वाला है? 

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लोगों में कोई जोश नहीं

पश्चिमी यूपी की आठ सीटों पर शुक्रवार को आठ सीटों पर वोटिंग हुई जिनमें एक मुजफ्फरनगर भी है. नरेश टिकैत ने आगे कहा कि "लोग वोट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं. हालांकि, यहां पर वोटिंग की रफ्तार काफी धीमी है और शाम तक ऐसा ही रहेगा. लोगों में कोई उत्साह नहीं है, वे अब निराश हैं. साथ ही कई चरणों में चुनाव हो रहे हैं. उन्होंने चुनाव को लेकर सुझाव दिया और कहा कि एक ही चरण में चुनाव होना चाहिए और नतीजे तीसरे दिन घोषित किए जाने चाहिए और (नई सरकार का) शपथ ग्रहण अगले चार-पांच दिनों में होना चाहिए.'' टिकैत ने आगे कहा, "देश में आपातकाल जैसे हालात हैं. ये जनता के बीच की बातें हैं."

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"बूथ कैप्चरिंग का युग बीत चुका है'

उन्होंने कहा कि "इस क्षेत्र के लोगों को गुलामी पसंद नहीं है. शायद ही कोई क्षेत्र, राज्य या सीट होगी जिसे गुलामी पसंद है. लोग वोट न देकर गुलामी का विरोध कर रहे हैं." ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि  "बूथ कैप्चरिंग का युग बीत चुका है. हर कोई मशीन के बारे में शिकायत कर रहा है, फिर मतपत्र के माध्यम से चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे हैं? 90-95 प्रतिशत लोग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ हैं. गन्ना किसानों को भुगतान के बारे में बात करते हुए, टिकैत ने कहा, "वे भुगतान को एहसान के रूप में दिखाते हैं. क्या वे इसे मुफ्त में दे रहे हैं? क्या हमने उन्हें अपना गन्ना उत्पाद नहीं दिया है? किसान आज ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने सब कुछ खो दिया है. किसान उदास हैं".