दिल्ली बजट, Delhi Budget 2023, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार आज बजट पेश करेगी बजट, बेमौसमी बारिश से फसल चौपट, आलू की कीमत, प्याज की कीमत, किसान आंदोलन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY), एपिडा (APEDA) द्वारा फसलों का आयात-निर्यात, पशुपालन (Animal Husbandry), मुर्गी पालन (Poultry Farming), केंद्रीय कृषि बजट 2023 (Agriculture Budget 2023), पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की 14वीं किस्त, आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम (Latest Weather Update), MSP पर रबी फसलों की खरीदारी, गेहूं और सरसों का उत्पादन, फलों और फसलों में लगने वाले रोग, खेती-किसानी से जुड़ा हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
चैत्र महीने से हिंंदू पंचाग के अनुसार नया साल शुरू हो जाता है. चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहले दिन से ही नया साल शुरू होता है. यानी 22 मार्च 2023 बुधवार से हिंदू पचांग के अनुसार विक्रमी संवत 2080 शुरू हो गया है. इसके साथ ही नया पचांग भी लागू हो गया है. हिंदू पुरातन परांपराओं में पंचाग की विशेष महत्व है. ज्योतिष गणना से पंचाग में पूरे साल के घटनाक्रम को रेखांकित किया जाता है. ये परंपराएं आज भी देश के कई हिस्सों में हैं, जो प्रतिपदा के दिन पंचाग पढ़ा जाता है. जिसका उद्देश्य ज्योतिष गणना से पचांग में रेखांकित की गई पूरे साल की घटनाओं की जानकारी जनमानस तक पहुंचाना है. इसी परपंरा को आधार मान कर खेती-किसानी के लिए विक्रमी संवत 2080 कैसा रहेगा, इसकी ज्योतिष गणना की जानकारियां प्रस्तुत हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
बिहार 111 साल का हो गया है. अब 112 वें साल में प्रवेश कर चुका है. 22 मार्च 1912 को बंगाल प्रांत से अलग होकर बिहार एक स्वतंत्र राज्य के रूप में देश दुनिया के मानचित्र पर उभरा. 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार दिवस को मनाने की शुरुआत की. उस समय से 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जाता है. इस दौरान कृषि के क्षेत्र में बिहार काफी प्रगति की है, जहां किसान परंपरागत खेती के साथ तकनीक विधि से खेती कर रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी एक अलग पहचान बना रहे हैं. खेती के बदौलत कई फसलों को जीआई टैग तक मिल चुका है. वहीं 2023 में राज्य सहित देश स्तर पर बिहार दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में पटना के गांधी मैदान में 22 मार्च से 24 मार्च तक बिहार दिवस मनाया जा रहा है.
पंजाब सरकार पहली बार प्रदेश में एक खास कृषि पॉलिसी लेकर आ रही है. यह पॉलिसी पंजाब में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर देती है. अभी तक की तैयारी के मुताबिक पंजाब सरकार इस नई स्कीम को 31 मार्च से लागू करेगी. उससे पहले इस नई नीति पर सरकार ने किसानों की प्रतिक्रिया मांगी है. पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने अखबारों में दिए एक विज्ञापन में लिखा है कि किसानों चाहें तो 31 मार्च 2023 तक कृषि पॉलिसी पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. विज्ञापन के मुताबिक, पंजाब में पहली बार कृषि पॉलिसी लाई जा रही है. तो आइए इस पॉलिसी के बारे में जान लेते हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
यूपी के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा : प्रदेश में जायद फसलों का आच्छादन बढ़ाने के लिए किसानों को पहली बार 50 प्रतिशत अनुदान पर ज्वार, बाजरा और मक्का का उन्नत बीज दिया जा रहा है. इस मद में सरकार 15.31 करोड़ रुपये की धनराशि 31 मार्च के पहले व्यय करेगी. इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है. शाही ने कहा : प्रदेश के विभिन्न इलाकों में किसान मेले आयोजित कर किसानों को निशुल्क श्री अन्न के बीज की मिनी किट वितरित की जा रही है. इसके अलावा जायद की खेती में उड़द और मूंग के बीज भी किसानों को वितरित कर दलहन की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
जलवायु परिवर्तन को लेकर सरकार की चिंता लगातार बढ़ती नजर आ रही है. जिससे बचने के लिए तमाम कोशिशें भी की जा रही है. ऐसे में हाल ही में केंद्र द्वारा किए गए जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के आकलन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन से 2050 में गेहूं की उपज में 19.3 प्रतिशत और 2080 में 40 प्रतिशत तक की कमी आने की उम्मीद है. जबकि इसी दौरान चावल की उपज में 3.5 प्रतिशत और 5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. इससे बचने के लिए, केंद्र ने कृषि को जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक लचीला बनाने के लिए योजनाएं बनाई हैं. ताकि देश में खाने की कमी का सामना ना करना पड़े.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम यानी कि PM Kisan खेती-बाड़ी के अलावा किसानों के और भी कई खर्चों में मदद करती है. खेती-बाड़ी के अलावा किसानों के जो खर्च पीएम किसान स्कीम से चलते हैं, उनमें शिक्षा, चिकित्सा और शादी-ब्याह शामिल हैं. IFPRI की एक स्टडी में यह बात सामने आई है. इंटरनेशनल फूड एंड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IFPRI) ने अपनी स्टडी में विस्तार से जानकारी दी है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों के साथ सरकार इस मुश्किल घड़ी में खड़ी है. किसानों को नष्ट हुई फसलों का मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्राकृतिक आपदा पर सरकार का नियंत्रण नहीं.
पिछले साल थ्रिप्स वायरस के कारण हुए विनाशकारी पिछले मौसम के बाद तेलंगाना के मिर्च किसानों को इस मौसम में ऊंचे दाम मिल रहे हैं. तेलंगाना सरकार के एक अधिकारी ने कहा, "चीन और बांग्लादेश की ताजा मांग के कारण कीमतें उच्च स्तर पर हैं. नए स्टॉक की सीमित आपूर्ति के कारण कई किस्मों की कीमतें उच्च कीमत पर कारोबार कर रही हैं." जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
दो दिवसीय कृषि प्रदर्शनी, कृषि एवं पशु मेले का आज आखिरी दिन. इस मेले का आयोजन राजस्थान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया है. मेले में पहले दिन क्या हुआ देखें उसकी एक झलक.
पानी, मानव जाति के लिए प्रकृति का एक अनमोल वरदान है. यही वजह है कि मानव जाति अलग-अलग ग्रहों पर जाकर पानी की तलाश में जुटी है, ताकि वहां भी मानव जीवन संभव हो सके, लेकिन धरती पर जल का दोहन होने की वजह से मौजूदा वक्त में जल का स्तर लगातार कम होता जा रहा है जोकि बहुत बड़ी चिंता का विषय है. क्योंकि इसके बिना मानव जीवन असंभव है. वहीं दुनियाभर में हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस (World Water Day) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनिया के सभी देशों में स्वच्छ जल को सभी लोगों तक पहुंचाने के साथ-साथ जल के संरक्षण पर भी ध्यान देना है. इसके अलावा देश में जल का दोहन रोकने और जल संरक्षण के लिए केंद्र के अलावा राज्य सरकारें भी अलग-अलग योजनाएं शुरू करने के साथ ही फसल विविधीकरण (Crop Diversification) पर ध्यान दे रही हैं. फसल विविधीकरण से लगभग 65 से 70 प्रतिशत सिंचाई जल की बचत कर सकते हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
पानी जरूरत से ज्यादा खारा हो गया. खारे पानी के चलते मिट्टी भी खराब हो गई. ऐसा कोई इलाज भी नहीं है कि जरूरी ट्रीटमेंट कर पानी और मिट्टी के खारेपन को दूर किया जा सके. खारेपन के चलते ही खारे पानी में खेती करने की कोई उम्मीाद बाकी नहीं बची. लेकिन कहते हैं न कि ‘जहां चाह, वहां राह’ तो इसी पानी में उम्मीद की एक ऐसी राह दिखाई दी की आज खारे पानी से ही लाखों रुपये सालाना की इनकम हो रही है. साल में तीन-तीन बार झींगा मछली की फसल इसी खारे पानी में तैयार की जा रही है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नवनिर्मित इंटीग्रेटेड पैक हाउस से पूर्वांचल के किसानों द्वारा उपजाई जा रही सब्जी और फलों के एक्सपोर्ट का रास्ता खुलेगा. पिछले सप्ताह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वदेशी तकनीक से बने इंटीग्रेटेड पैक हाउस का जायजा लिया था. यूपी सरकार का दावा है कि इस पैक हाउस के बनने से किसान और बाजार के बीच बिचौलियों का दुश्चक्र टूटेगा. ऐसा होने से किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: लिंक
आज पेश होगा दिल्ली सरकार का बजट. वित्त मंत्री कैलाश गहलोत बुधवार सुबह 11 बजे विधानसभा में दिल्ली का बजट पेश करेंगे. पहले यह बजट मंगलवार को पेश किया जाना था. चौबीस घंटे में बजट पर संकट के बादल छंट गए. जिसके बाद आज पेश होगा दिल्ली का बजट.
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में बारिश से मौसम सुहावना हो गया है. आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, 23 मार्च को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ यानी पश्चिमी विक्षोभ हिमालय क्षेत्र में पहुंचेगा. जिससे पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में फिर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today