दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले कुछ समय से पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं दिल्ली पुलिस द्वारा 3 मई देर रात प्रदर्शन स्थल पर पहलवानों के साथ हाथापाई और बदसलूकी करने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) द्वारा राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कई राज्यों के किसान नेताओं ने हिस्सा लिया और सभी ने सर्वसम्मति से बैठक में यह पास किया कि 8 मई को पूरे भारत से हजारों किसान पहलवानों को समर्थन देने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर कूच करेंगे. इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि 3 मई की रात को दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों के साथ धक्का मुक्की, मारपीट, बदतमीजी और गाली-गलौज किया गया.
किसानों ने कहा कि पहलवानों का समर्थन करने जा रहे सैंकड़ों किसानों को पुलिस हिरासत में ले कर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया गया है. मोर्चे ने दोषी पुलिस अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किये जाने की मांग की है. मोर्चे के नेताओं का कहना है बृज भूषण शरण को बीजेपी के शीर्ष नेताओं का संरक्षण है. इसलिए उसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
किसान मोर्चे का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद भी दिल्ली पुलिस ने आरोपी बृज भूषण शरण के खिलाफ पॉक्सो जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया. लेकिन, उसके बावजूद अभी तक आरोपी से कोई पूछताछ नहीं हुई है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का कहना है कि देश के पहलवानों को बीजेपी सांसद द्वारा इतना तंग और प्रताड़ित किया गया है कि आज पहलवान अपने मेडल और अवार्ड लौटाने की बात कह रहे हैं. इस से ज्यादा शर्मनाक बात बीजेपी सरकार के लिए और क्या हो सकती है.
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वहीं पहलवानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की इस महत्वपूर्ण बैठक में देशभर से 40 से अधिक किसान संगठनों ने भाग लिया. साथ ही किसानों ने कहा कि महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण को गिरफ्तार करने की मांग के लिए हम 8 मई को दिल्ली के मंजर-मंतर पर जाएंगे और समर्थन में प्रदर्शन करेंगे. वहीं किसानों ने कहा की बेटियों पर हो रहे अत्याचार पर सरकार चुप क्यों है.
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