आवारा और जंगली पशु हमेशा से किसानों की फसलों को बर्बाद करते रहे हैं. कभी-कभी तो किसानों की पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं. वहीं पिछले कुछ सालों में इनकी संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. नतीजतन, पहले के अपेक्षा कुछ ज्यादा ही ये फसलों को नुकसान पहुंचाने लगे हैं. कुछ ऐसा ही वाकया उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से सामने आया है. इनदिनों जिले के कई किसान आवारा पशुओं से इतना परेशान हैं कि अपनी खड़ी फसल को बर्बाद करने से नहीं चूक रहे.
दरअसल, यूपी के बिजनौर में इनदिनों आवारा पशुओं के झुंड किसानों की खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों को खाकर चट कर रहे हैं. ये ही नहीं साथ ही फसलों को रौंद कर बर्बाद कर रहे हैं. स्थानीय किसान पिछले कई महीनों से लगातार प्रशासन से आवारा पशुओं के झुंड से छुटकारा दिलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन इन छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने में पूरी तरह असफल हुआ है. नतीजतन आवारा पशुओं से तंग आकर बिजनौर के जलीलपुर क्षेत्र के मुजफ्फरपुर खादर के रहने वाले किसान अमित ने अपनी तीन बीघा जमीन में बोये गेहूं की फसल को ट्रैक्टर चलाकर खुद ही जोत दिया.
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किसान अमित ने कहा कि फसलों की रखवाली के बावजूद आवारा पशुओं के झुंड इनकी फसलों को खराब कर रहे हैं. जिससे उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही अन्य स्थानीय किसानों का कहना है कि प्रशासन को जल्द आवारा पशुओं को पशुशाला में शिफ्ट किया जाना चाहिए, ताकि किसानों को आवारा पशुओं के झुंड से निजात मिल सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ दिनों पहले बिजनौर जिले के ही किसान जितेंद्र ने अपनी 5 बीघा गेंहू की फसल को जोतकर नष्ट कर दिया था. किसान का कहना था कि आवरा पशुओं कि वजह से फसल को काफी नुकसान हुआ था. रखवाली करने के बाद भी आवरा पशु फसल नष्ट कर दे रहे थे. वहीं के आसपास में छुट्टा पशु खुलेआम घूम रहे हैं. जो गेहूं की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर रहे हैं. इसी से परेशान होकर मैंने 5 बीघा खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर बर्बाद कर दिया.
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