केरल से बड़ी खबर आ रही है. यहां दो लोगों की मौत निपाह वायरस (Nipah Virus) से संक्रमण के चलते हुई है. इसकी तस्दीक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने की है. केरल में इस वायरस का संक्रमण अक्सर देखा जाता है. इस साल भी इसके केस सामने आ रहे हैं. हालात का जायजा लेने के लिए दिल्ली से स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एक्सपर्ट टीम को रवाना किया है. यह टीम केरल में स्थिति की जांच करेगी और केंद्र सरकार को रिपोर्ट देगी. केरल सरकार ने निपाह के बारे में लोगों की मदद के लिए कंट्रोल रूम बनाया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को दो मौत की जानकारी दी. ये दोनों मौतें कोझीकोड जिले में सामने आई हैं. मांडविया ने कहा कि केरल सरकार की मदद के लिए केंद्र से एक टीम भेजी जा रही है जो हालात का जायजा लेगी और निपाह वायरस (Nipah Virus) को कंट्रोल करने में केरल के अधिकारियों की मदद करेगी.
दूसरी ओर, केरल सरकार ने कहा है कि उसने संक्रमण के कुछ सैंपल पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) को भेजा है. वहां से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक हुई. मैंने सूचित किया था कि चूंकि मैं कोझिकोड में हूं इसलिए मैं इसमें शामिल नहीं हो पाऊंगी. इसलिए मंत्री ने मुझे बुलाया था और मैंने कहा कि निपाह के दो संदिग्ध मामले हैं.
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वीणा जॉर्ज ने कहा, हमारे यहां टेस्ट करने की सुविधाएं हैं, लेकिन चूंकि यह आईसीएमआर एनआईवी दिशानिर्देशों के अनुसार एक खतरनाक वायरस है, यदि एक अवधि के बाद इसका प्रकोप होता है, तो एनआईवी पुणे में टेस्ट के बाद ही इस बीमारी के बारे में घोषणा की जा सकती है.
इससे पहले सोमवार को केरल में जिलावार हेल्थ अलर्ट जारी किया गया और लोगों को निपाह से हुई दो मौतों को लेकर आगाह किया गया. इसके अलावा केरल सरकार ने कोझिकोड जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया है. लोगों को एहतियात बरतते हुए मास्क लगाने और साफ-सफाई बनाए रखने की सलाह दी है.
स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा, "हमने यहां एक कंट्रोल रूम खोला है. एहतियाती उपायों के लिए हमने 16 कमेटियां बनाई हैं और सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीई किट पहनने सहित संक्रमण रोकने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया है." उन्होंने लोगों को अनावश्यक अस्पताल जाने से बचने की भी सलाह दी.
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वीणा जॉर्ज ने कहा, "फिलहाल किसी डर या चिंता की कोई जरूरत नहीं है और ये सभी उपाय पॉजिटिव केस आने पर अधिक मामलों से बचने के लिए एहतियाती कदम हैं. हमें उम्मीद है कि बाकी टेस्ट के रिजल्ट निगेटिव आएंगे." निपाह वायरस का संक्रमण मुख्य तौर पर चमगादड़ों से फैलता है जो इंसानों के अलावा अन्य जानवरों को चपेट में लेता है. इससे सांस की बीमारी होती है और यह जानलेवा साबित हो सकती है.
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