महाराष्ट्र के लातूर जिले के जेवरी गांव से चारागाह भूमि को खुद की निजी जमीन में सोयाबीन की बुवाई दिखाकर फसल का बीमा निकलवाने का मामला सामने आया है. दरअसल बीड़ जिले में रहने वाले 2 लोगों ने मिलकर जिस जमीन पर फसल की बुवाई बुवाई की ही नहीं गई ऐसे चारगाह जमीन के नकली कागज बनाकर उसपर फसल बीमा लिया है. इस मामले को लेकर अब इस क्षेत्र की SDM शोभा जाधव ने जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि लातूर जिले के निलंगा तहसील में आने वाले जेवरी इस गांव के सर्वे नंबर 22 में मवेशियों के लिए 30 एकड़ की गौचर जमीन है जिस पर बीड जिले में रहने वाले दो बदमाशों ने सोयाबीन की फसल की बुवाई दिखाकर एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी का फसल बीमा भर दिया है.
इस मामले के बारे में बताते हुए इस गांव में रहने वाले संभाजी तारे ने बताया कि गांव के सर्वे नंबर 22 में 31 एकड़ चारागाह जमीन है जिस पर अज्ञात व्यक्तियों ने फसल का बीमा भरा है. इनकी जल्द जांच की जाए नहीं तो हम सब गांव वाले अनशन पर बैठने वाले हैं. वहीं पर इस क्षेत्र की एसडीएम शोभा जाधव ने कहा है कि इस मामले को लेकर हमारे पास कोई भी लिखित में शिकायत नहीं आई है. गांव के कुछ लोगों ने आकर जुबानी ही इसकी शिकायत की है.
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वहीं एसडीएम शोभा जाधव ने बताया कि जेवरी गांव के सर्वे नंबर 22 में आने वाले चारागाह जमीन को अपनी निजी जमीन दिखाकर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसपर फसल का बीमा भरा है. जिसके स्क्रीन शॉट डीटेल्स व्हाट्स एप द्वारा हमारे पास आए हैं, जिसके चलते हमने अब इस क्षेत्र के एग्रीकल्चर ऑफिसर को इस जमीन का पंचनामा कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
चारागाह की जमीन पर खेती कर फसल बीमा लेने से गांव वाले परेशान हैं. क्योंकि अगर उन लोगों पर कार्यवाही नहीं होती है तो गांव वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि इस जमीन पर गांव के लोगों की मवेशिया घास चरती हैं. इसलिए गांव के लोग इस मामले की जल्द जांच होने की मांग कर रहे हैं.
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