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किसान तक का किसान कारवां पहुंचा यूपी के सिद्धार्थनगर, किसानों को मिली मशरूम की खेती की जानकारी

किसान तक का किसान कारवां पहुंचा यूपी के सिद्धार्थनगर, किसानों को मिली मशरूम की खेती की जानकारी

भरथुआ गांव में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे जिले के कृषि विभाग के एडीओ (कृषि) हेमंत कुमार गुप्ता ने किसानों को अच्छी खेती करने की बारीकियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह तराई क्षेत्र है और कृषि विभाग से संबंधित जानकारी दी.

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यूपी के सिद्धार्थनगर पहुंचा किसान कारवां यूपी के सिद्धार्थनगर पहुंचा किसान कारवां

यूपी सरकार और किसानों के संयुक्त कार्यक्रम के तहत आज किसान कारवां सिद्धार्थनगर जिले के बांसी ब्लॉक के भरतुहा गांव पहुंचा. जहां किसानों को आधुनिक और बेहतर तकनीक से खेती कर उत्पादन बढ़ाने की बारीकियां समझाई गईं. इस मौके पर उपस्थित किसानों को उत्पादन बढ़ाने और सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी. जिससे किसान कम लागत लगाकर अपनी आय बढ़ा सकें.

किसानों को मिली योजनाओं की जानकारी

भरथुआ गांव में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे जिले के कृषि विभाग के एडीओ (कृषि) हेमंत कुमार गुप्ता ने किसानों को अच्छी खेती करने की बारीकियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह तराई क्षेत्र है और कृषि विभाग से संबंधित जानकारी दी. किसान विभाग की योजनाओं का लाभ कैसे उठा सकते हैं. जैसा कि हमने बताया कि विभागीय गोदाम से बीज, उर्वरक और कृषि उपकरण खरीदने के बाद किसानों को 50 प्रतिशत राशि वापस कर दी जाती है. कुछ मामलों में 80 फीसदी तक रकम सब्सिडी के जरिए वापस कर दी जाती है. यह भी बताया गया कि यहां धान व गेहूं की खेती कर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है. साथ ही अगर किसान सुपर सीडर से जुताई कर खेती करेंगे तो लागत भी कम होगी.

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मशरूम की खेती कर कमा रहे आमदनी

वही मशरूम का उत्पादन करके अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने वाले किसान दिलीप राय ने हमे बताया कि कृषि विभाग की सहायता से 2022 में हमने अस्टर मशरूम की खेती करना शुरू किया. इसकी खेती करने के लिये मैंने विभाग से आयोजित ट्रेनिंग भी ली और इसकी खेती शुरू की. लगभग 2 वर्षो से हम यहां मशरूम का उत्पादन कर रहे है. इससे औसतन हमे 30 , 40 हजार रुपये महीने की आमदनी हो जाती है . इसकी खेती करके हमारे परिवार की स्थिति बेहतर हो  रही है . इसके साथ ही आज के कार्यक्रम से हमे खेती करने व सरकारी योजनाओं के बारे में काफी नई जानकारी मिली है.मुझे लगता है कि यदि हम इसको अमल में लाएंगे तो निश्चित रूप से हम कम लागत लगाकर अधिक उत्पादन करेंगें. जिससे हमारी आय बढ़ेगी.

किसानों को मिली मशरूम की खेती की सलाह
किसानों को मिली मशरूम की खेती की सलाह

खाद-बीज खरीदने पर मिलता है सब्सिडी

वहीं इस कार्यक्रम में पहुंचे किसान रामानुज राय ने कहा कि हमें नहीं पता था कि अगर हम डिपार्टमेंटल स्टोर से बीज, खाद और कृषि उपकरण खरीदते हैं तो सरकार हमें 50 से 80 फीसदी तक सब्सिडी देती है. जानकारी के अभाव के कारण हम यह सब स्थानीय दुकानदारों से खरीदते थे और अधिक कीमत देकर अपनी लागत बढ़ाते थे. ये प्रोग्राम बहुत अच्छा था. इसके लिए इंडिया टुडे को बहुत धन्यवाद.

किसानों के लिए बेहतर है स्वराज ट्रैक्ट

वहीं परिसर में स्वराज ट्रैक्टर के रीजनल टेरिटरी मैनेजर ऋषि शर्मा ने कहा कि स्वराज ट्रैक्टर पिछले 50 वर्षों से किसानों को बेहतर सेवाएं दे रहा है. इस साल हमने नए मॉडल लॉन्च किए हैं जो कम हॉर्स पावर के बावजूद काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं. इसके साथ ही हमने ट्रैक्टरों की तकनीक में भी बदलाव किए हैं जिससे उनकी क्षमता के साथ-साथ उनके सर्विसिंग के घंटे भी बढ़ गए हैं. पहले जिन ट्रैक्टरों की सर्विस हर 250 घंटे में करानी पड़ती थी, अब उन्हें 400 घंटे में सर्विस करानी होगी. इसके रेडिएटर को बड़ा करने से इसकी क्षमता काफी बढ़ गई है. पहले ट्रैक्टर की वारंटी 2 साल या 2000 घंटे की होती थी. हमने इसे तीन गुना बढ़ा दिया है. अब हम ग्राहकों को सभी मॉडलों पर 6 साल या 6000 घंटे की वारंटी दे रहे हैं. जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके.

खेती-बाड़ी के बारीकियों पर हुई चर्चा
खेती-बाड़ी के बारीकियों पर हुई चर्चा

अंततः किसान तक के किसान कारवां कार्यक्रम में दी गई जानकारी को किसानों ने खूब सराहा. किसानों ने माना कि इंडिया टुडे और यूपी सरकार का यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी है और ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए. किसान कारवां का आयोजन यूपी सरकार के सहयोग से किया जा रहा है. इस पूरे कारवां में एसोसिएट पार्टनर के तौर पर अनमोल, धानुका और स्वराज जुड़े हुए हैं. (अनिल तिवारी की रिपोर्ट)