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सूखा प्रभावित इलाके में किसानों ने खड़ी की कंपनी, 3 करोड़ रुपये तक का हुआ मुनाफा

सूखा प्रभावित इलाके में किसानों ने खड़ी की कंपनी, 3 करोड़ रुपये तक का हुआ मुनाफा

कंपनी किसानों के खेतों में जाकर उनका माल खरीदती है. बुआई के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज तैयार करने के लिए देवनी एग्रो प्रोड्यूसर फार्मा कंपनी किसानों के खेतों में जाकर उनसे सामान खरीदती है. जिससे यहां के किसानों को ट्रांसपोर्ट और बाजार में बिचौलिए दुकानदारों द्वारा की जाने वाली मुनाफाखोरी का फायदा मिल रहा है.

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कंपनी से किसानों को हो रहा मुनाफा कंपनी से किसानों को हो रहा मुनाफा

लातूर जिला महाराष्ट्र राज्य का सबसे अधिक सूखा प्रभावित क्षेत्र है. यहां कम बारिश के कारण यहां के किसानों को हर साल पानी की कमी का सामना करना पड़ता है. जिसके कारण इस क्षेत्र में कम पानी लागत वाली सोयाबीन, चना, अरहर जैसी फसलें ही ली जाती हैं. ऐसे में इन फसलों की बुआई के दौरान मांग बढ़ने से किसानों को बुआई के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों की कमी का सामना करना पड़ता है. वहीं, खराब गुणवत्ता वाले बीज के कारण बुआई के बाद भी फसल नहीं उगती, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. लेकिन अब इन समस्याओं को देखते हुए लातूर जिले की देवनी तहसील के बोम्बाली गांव के कुछ युवा किसानों ने एकजुट होकर देवनी फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी बनाई और अनाज छंटाई की फैक्ट्री शुरू की है. जिससे इस क्षेत्र के किसानों को बुआई के दौरान बीज की कमी की समस्या से राहत मिल रही है और आसानी से कम कीमत पर अच्छी गुणवत्ता वाले बीज मिल रहे हैं.

कंपनी सीधे किसानों से खरीद रही है माल

कंपनी किसानों के खेतों में जाकर उनका माल खरीदती है. बुआई के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज तैयार करने के लिए देवनी एग्रो प्रोड्यूसर फार्मा कंपनी किसानों के खेतों में जाकर उनसे सामान खरीदती है. जिससे यहां के किसानों को ट्रांसपोर्ट और बाजार में बिचौलिए दुकानदारों द्वारा की जाने वाली मुनाफाखोरी का फायदा मिल रहा है. किसानों द्वारा खरीदे गए माल को फैक्ट्री में लाने के बाद सोयाबीन, चना, अरहर, ज्वार जैसी फसलों को इस हरी छंटाई मशीन में डाला जाता है और अच्छी गुणवत्ता वाले बीज जैसे सेम का आकार, सेम का रंग, बीज के अंदर मौजूद नमी को छांट लिया जाता है. कंप्यूटर लेजर सॉर्टिंग के माध्यम से आवश्यक मापदंडों को फ़िल्टर करके अलग से निकाला जाता है.

बढ़ गया 20% प्रोडक्शन

यह तकनीक आधुनिक है और 98% फुलप्रूफ है. इसलिए यहां तैयार बीज बोने से किसानों को उत्पादन में बढ़ोतरी मिली है. इसी तरह इस कंपनी को अपना सामान सप्लाई करने वाले किसान राजकुमार बोरोले ने कहा कि पहले हम पारंपरिक खेती करते थे लेकिन इस कंपनी की वजह से अब हमें अपनी आंखों के सामने अच्छी गुणवत्ता का सामान मिल रहा है और वह उससे भी कम कीमत पर मिल रहा है. जिसके कारण पिछले दो वर्षों में मुझे प्रोडक्शन के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई और प्रोडक्शन 20% बढ़ गया. इसके साथ ही यह कंपनी किसानों के खेतों में जाकर उनका माल खरीद रही है. जिससे किसानों को मंडी तक ट्रांसपोर्ट लागत और वहां किसानों की लूट दोनों समस्याओं से राहत मिल रही है.

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किसानों को हो रहा 3 करोड़ रुपये तक का मुनाफा

कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए देवनी फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी के एमडी बिभीषण भोसले ने कहा कि हमने किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें शहर के सीधे खुदरा बाजार से जोड़ने के लिए इस कंपनी की स्थापना की है. इस फैक्ट्री में हम चना, अरहर, ज्वार, गेहूं जैसी फसलों की सफाई और छंटाई कर उन्हें सीधे खुदरा बाजार में बेचने के लिए डी-मार्ट, बिग बाजार और अन्य निजी फूड मॉल में भेज रहे हैं. जिसके चलते पिछले 3 साल में हमसे जुड़े 2000 किसानों को हमारी कंपनी से 3 करोड़ रुपये तक का मुनाफा हुआ है. आमतौर पर खेत से उपज को खुदरा बाजार तक ले जाते समय मुनाफाखोरी और दलाली से बचना होता है. किसानों को उनकी मेहनत का अधिक मुनाफा मिल रहा है. जिससे हमारी कंपनी से जुड़े सभी शेयरधारक किसान खुश हैं. साथ ही हमें उम्मीद है कि आने वाले 1 साल में 5000 किसान हमारी कंपनी के शेयरधारक बन जाएंगे.