संडे हो या मंडे, रोज खाएं अंडे... नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसीसी) की ये पंच लाइन अब लोगों की समझ में आने लगी है. शायद इसी लिए देश में अंडों का उत्पादन और खपत दोनों ही तेजी से बढ़ रहे हैं. केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट बताती है कि कि बीते एक साल 2021-22 में ही 750 करोड़ अंडों का उत्पादन बढ़ गया है. उत्पादन बढ़ने से देश के प्रति व्यक्ति की थाली में हर साल अब 95 अंडे आ रहे हैं, जबकि इससे एक साल पहले यह आंकड़ा 90 अंडों का था.
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष और एक्सपर्ट रिंकी लूथरा का कहना है कि डायटिशियन और डॉक्टर के मुताबिक हर एक इंसान को कम से कम दो अंडे रोजाना खाने चाहिए. कम से कम और आसान डाइट में अंडे से ज्यादा प्रोटीन किसी और चीज में नहीं मिल सकता है. चलते-फिरते, मेट्रो में और बस में बैठकर आराम से खाए जाने वाला अंडा ही है.
मेट्रो सिटी की तेज रफ्तार जिंदगी में सबसे आसानी से मिलने और बनने वाला नाश्ता भी अंडा ही है. अंडे की खपत बढ़ने से जहां लोगों की हैल्थ बनेगी. वहीं पोल्ट्री कारोबार भी देश की अर्थव्यवस्था में और ज्यादा योगदान देगा.
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केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय की साल 2021-22 रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल देश में करीब 750 करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ था. इसमे से अकेले करीब 65 फीसद अंडों का उत्पादन सिर्फ पांच राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में ही हुआ था. रिपोर्ट की मानें तो आंध्रा प्रदेश में 20.41 फीसद अंडे, तमिलनाडु में 16.08 फीसद, तेलंगाना में 12.86 फीसद, पश्चिम बंगाल में 8.84 फीसद और कर्नाटक में 6.38 फीसद अंडों का उत्पादन हुआ था, जबकि देश में अंडों का कुल उत्पादन 129.60 बिलियन का था.
यूपी एग एसोसिएशन के अध्यक्ष नवाब अली ने बताया कि देश में रोज़ाना 22 से 25 करोड़ अंडों का कारोबार होता है. 30 करोड़ मुर्गियों में से कुछ तो लगातार अंडे दे रही होती हैं, कुछ देने के लिए तैयार हो रही होती हैं और कुछ ऐसी भी होती हैं जो उम्र पूरी कर रही होती हैं और अंडा देना कम कर देती हैं. तीन दिन के अंडों से बाज़ार का रूटीन घूमता है. सही मायने में अंडा देने वाली मुर्गियों की संख्या 26 करोड़ होती है. यही मुर्गियां देश में अंडे की डिमांड को पूरा करती हैं. अंडा देने वाली एक तैयार मुर्गी की कीमत 400 से 500 रुपये तक होती है.
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मंत्रालय की साल 2021-22 की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगातार हमारे खाने में अंडों की संख्या बढ़ रही है. साल 1950-51 में हर साल प्रति व्यक्ति के हिस्सें में 5 अंडे आते थे, लेकिन आज यानि 2021-22 में यह संख्या बढ़कर 95 हो गई है. हालांकि पोल्ट्री सेक्टर की कोशिश है कि यह संख्या बढ़कर 180 हो जाए. इसके लिए पोल्ट्री संचालकों की संस्था एनईसीसी भी लगातार अभियान चला रही है.
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