अगर आप रोज़ाना प्याज खरीदते हैं या बेचते हैं, तो आपने जरूर गौर किया होगा कि अलग-अलग मंडियों में प्याज के दाम काफी अलग होते हैं. कहीं भाव बहुत कम है, तो कहीं अचानक बढ़ जाता है. आखिर ऐसा क्यों होता है? मंडियों में प्याज के रेट में इतना बड़ा अंतर आने की वजह क्या है? इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे इसके पीछे की असली वजह, एक्सपर्ट की जुबानी-ताकि आपको भी मिले सही जानकारी और खरीदी-बिक्री में हो फायदा.
मंडी का नाम | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत | मॉडल प्राइस |
भुसावल | 800 | 1200 | 1000 |
छत्रपति संभाजीनगर | 250 | 1400 | 825 |
देवला | 300 | 1530 | 1300 |
इस्लामपुर | 1000 | 2400 | 1750 |
कलवन | 400 | 1905 | 1200 |
कामठी | 1400 | 1800 | 1600 |
मंगल वेधा | 200 | 1900 | 1500 |
मनमाड | 200 | 1490 | 1200 |
नागपुर | 700 | 1700 | 1450 |
पिंपल | 500 | 2101 | 1400 |
पुणे | 500 | 1700 | 1100 |
पुणे(मोशी) | 300 | 1500 | 900 |
पुणे(पिंपरी) | 1300 | 1800 | 1550 |
सोलापुर | 100 | 2000 | 1100 |
महाराष्ट्र की अलग-अलग मंडियों के दामों पर नज़र डालें तो न्यूनतम दाम बहुत कम और अधिकतम दाम बहुत ज़्यादा हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि दामों में इतना अंतर आखिर क्यों है? इस सवाल के जवाब में प्याज विशेषज्ञ अनिल घनवट ने बताया कि यह कम दाम किसी और वजह से नहीं, बल्कि खराब हो चुके प्याज की वजह से है. प्याज जिस हालत में मंडी में पहुँचता है, उसके हिसाब से उसकी कीमत तय होती है. इसी वजह से मंडियों में यह अंतर दिखाई देता है.
मंडी का नाम | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत | मॉडल प्राइस |
बहादुरगढ़ | 1500 | 1800 | 1600 |
बल्लभगढ़ | 1200 | 1500 | 1200 |
बरवाला | 1200 | 1200 | 1200 |
छछरौली | 2000 | 2500 | 2000 |
फतेहाबाद | 2000 | 3000 | 2500 |
मंडी का नाम | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत | मॉडल प्राइस |
अचनेरा | 1370 | 1450 | 1410 |
अजुहा | 1370 | 1500 | 1440 |
अकबरपुर | 1280 | 1450 | 1370 |
अलीगढ़ | 1380 | 1500 | 1440 |
इलाहाबाद | 1345 | 1430 | 1380 |
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