उत्तर प्रदेश के किसान कभी बिजली की कटौती के चलते सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते हैं तो कभी यूरिया ना मिलने पर लेकिन प्रदेश के गाजीपुर जनपद में किसानों ने खस्ताहाल सड़क को बनवाने को लेकर प्रदर्शन किया है. लंबे समय से किसान खराब सड़क की मरम्मत के लिए जनप्रतिनिधियों की राह देख रहे थे, जब सड़क बनने की आस अधूरी रह गई तो नाराज किसानों ने कीचड़ से भरें रास्तों पर ही धान की रोपाई कर विरोध जताया. जिले के मरदह इलाके के भड़सर चट्टी से वेद बिहारी पोखरा चट्टी जाने वाली सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है. इस सड़क पर ग्रामीणों का चलना दूभर है. सड़क को लेकर ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत की हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई अब किसानों ने सड़क पर धान की रोपाई कर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को आईना दिखाया है.
पूर्वांचल के कई जिले आज भी विकास की राह देख रहे हैं. इन्हीं जिलों में गाजीपुर भी शामिल है. जिले में आज भी कई इलाकों में ग्रामीणों को चलने के लिए अच्छी सड़कों का अभाव है. गाजीपुर के मरदह इलाके में सड़कें खस्ताहाल हैं जिसका खामियाजा आए दिन ग्रामीणों को ही उठाना पड़ता है. ब्लॉक में 12 किलोमीटर लंबी सड़क जो भड़सर चट्टी से वेद बिहारी पोखरा को जोड़ती है. इन दिनों बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है. इस सड़क पर वाहन चलना तो दूर पैदल चलने लायक भी नहीं बची है. बारिश के दिनों में सड़क के गड्ढों में पानी भरा रहता है जिसके चलते आए दिन हाथ से होते हैं. आसपास के गांव के नाराज किसानों ने काफी समय से सड़क की मांग जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों से की हैं. आखिर में जब सड़क नहीं बनी तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन करने का एक नया तरीका ढूंढ निकाला. पिछले 2 दिनों के भीतर जिले में हुई मानसूनी बारिश के चलते सड़क पर फिर जलभराव हो गया तो किसानों ने इकट्ठा होकर सड़क पर ही धान की रोपाई कर डाली. महिला किसान आशा देवी का कहना है इस सड़क से उन्हें रोज गुजरना होता है. यह सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. वही दूसरे किसान राम वचन राजभर का कहना है कि काफी समय से इस सड़क को बनवाने की मांग अपने जनप्रतिनिधि के माध्यम से कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है . फिलहाल किसानों का यह प्रदर्शन जिलों में सुर्खियों में है.
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सड़क पर धान की रोपाई के बाद जिले के पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी अब सफाई देते दिखाई दिए है. पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता खुर्शीद अहमद ने बताया कि 12 किलोमीटर लंबी सड़क का टेंडर हो चुका है लेकिन कुछ तकनीकी खामियों और शिकायतों की वजह से कार्य शुरू नहीं हो सका है. जैसे ही कार्य की स्वीकृति मिलेगी सड़क का निर्माण पूरा होगा.
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