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Kisan Andolan के बीच बड़ा ऐलान, इस साल MSP पर कम होगी गेहूं की खरीद

Kisan Andolan के बीच बड़ा ऐलान, इस साल MSP पर कम होगी गेहूं की खरीद

रबी सीजन 2024-25 में गेहूं की MSP पर खरीदारी यानी PDS पर खरीदारी के लिए बीते बुधवार को केंद्रीय खाद्य सचिव ने राज्‍यों के साथ बैठक की थी. जिसमें तय किया गया गया है कि इस रबी सीजन देश के सभी राज्‍यों से 300 से 320 मिलियन टन गेहूं की खरीदारी की जाएगी. अगर रबी सीजन 2023-24 यानी बीते सीजन में गेहूं खरीद के लक्ष्‍य की बात करें तो 341.5 मिलियन टन का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया था.

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इस साल गेहूं खरीद का लक्ष्‍य घटाया गया है. इस साल गेहूं खरीद का लक्ष्‍य घटाया गया है.

किसान आंदोलन जारी है. किसान MSP गारंटी कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. अपनी इन मांगों को लेकर किसान इन दिनों दिल्‍ली चलो कॉल के तहत पंंजाब-हरियाणा बॉर्डरों पर डटे हुए हैं. पंजाब-हरियाणा बॉर्डरों पर किसानों के इस जमावड़े के बीच खेतों में गेहूं की फसल पकने को तैयार हैं, जिसे देखते हुए राज्‍य सरकारों ने पूर्व से ही MSP पर गेहूं की खरीदी का कार्यक्रम जारी किया हुआ है.

तो वहीं इस बीच केंद्र सरकार भी गेहूं खरीद के मोर्चे पर सक्रिय हो गई है, जिसके तहत फैसला लिया गया है कि इस बार देश के अंदर MSP पर गेहूं की खरीद कम होगी. 

ये भी पढ़ें- 'किसानों से MSP पर धान खरीद' को लेकर WTO में घमासान, आमने-सामने थाइलैंड और भारत!

मतलब केंद्रीय खाद्य व उपभोक्‍ता मंत्रालय ने बीते दिनों इस साल गेहूं खरीद का लक्ष्‍य कम कर दिया है. यहां ये महत्‍वपूर्ण है कि इस बार देश में रिकॉर्ड 114 मिलियन टन गेहूं उत्‍पादन होने का अनुमान है, इस बीच गेहूं खरीद का लक्ष्‍य कम किया गया है. आइए जानते हैं कि मंंत्रालय के इस फैसले के मायने क्‍या हैं. इससे किसानों पर क्‍या असर पड़ेगा.

PDS के लिए MSP पर गेहूं की खरीदी, तय होता है लक्ष्‍य

असल में देश में खाद्यान्‍न सुरक्षा सुनिश्‍चित करने के लिए पीडीएस में गेहूं और धान की MSP पर खरीदी की जाती है. FCI और राज्‍य सरकारें किसानों से MSP पर गेहूं की खरीदी करती हैं, इसके लिए राज्‍यों का लक्ष्‍य निर्धारित किया जाता है. मौजूदा साल में सबसे अधिक गेहूं और धान की खरीदी पंजाब और हरियाणा से की जाती है. 

इस बार कितनी कम होगी गेहूं की खरीदारी

देश में रबी सीजन 2024-25 में गेहूं की MSP पर खरीदारी यानी PDS पर खरीदारी के लिए बीते बुधवार को केंद्रीय खाद्य सचिव ने राज्‍यों के साथ बैठक की थी. जिसमें तय किया गया गया है कि इस रबी सीजन देश के सभी राज्‍यों से 300 से 320 मिलियन टन गेहूं की खरीदारी की जाएगी. अगर रबी सीजन 2023-24 यानी बीते सीजन में गेहूं खरीद के लक्ष्‍य की बात करें तो 341.5 मिलियन टन का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया था. 

MSP पर गेहूं नहीं बेच रहे किसान, लक्ष्‍य से चूक रही राज्‍य सरकारें

केंद्रीय खाद्य मंंत्रालय ने इस बार गेहूं खरीद का लक्ष्‍य कम किया गया है. इससे किसानों पर क्‍या असर पड़ेगा, इसके समझने के लिए बीते दो सालों के खरीद के आंकड़ों को समझना होगा. असल में यूक्रेन- रूस के बीच शुरु हुए युद्ध के बाद गेहूं के दामों में बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद से किसान MSP पर गेहूं बेचने यानी FCI को गेहूं बेचने से परहेज कर रहे हैं. इससे आंकड़ों से समझने की कोशिश करें तो रबी सीजन 2022-23 में गेहूं खरीद का लक्ष्‍य 444 लाख टन निर्धारित था, इसके उलट सिर्फ 187.9 लाख टन कितनी की खरीदारी हुई, जबकि रबी सीजन 2023-24 में गेहूं खरीद का लक्ष्‍य 341 लाख टन निर्धारित था, उसके उलट 262 लाख टन गेहूं की खरीदी MSP पर हुई.

इस वजह से रबी सीजन 2023-24 पंजाब, हरियाणा, मध्‍य प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश, बिहार गेहूं खरीद का लक्ष्‍य पूरा नहीं कर सके थे. पंंजाब को 132 लाख टन के गेहूं खरीदना था, लेकिन 1,21 लाख टन गेहूं ही MSP पर खरीद सका. हरियाणा 75 लाख टन के मुकाबले, 63 लाख  टन खरीद सका. इसी तरह मध्‍य प्रदेश लक्ष्‍य लक्ष्‍य का 40 फीसदी ही गेहूं खरीद सका,जबकि यूपी और बिहार भी MSP पर गेहूं खरीदने में फिसड्डी साबित हुए थे.