किसानों ने रात में जलाई परालीउत्तर प्रदेश में सरकार की सख्ती के बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी वजह से उत्तर प्रदेश पराली जलाने के मामले में अव्वल बन गया है. राज्य में अब तक पराली जलाने की 717 घटनाएं दर्ज की जा चुकी है. पराली जलाने की घटनाओं में फतेहपुर टॉप पांच जिलों में शामिल है. जिले में दर्जनों किसानों ने धान की फसल काटने के बाद खेतों में लगाई आग, जिसकी तस्वीर सैटेलाइट के माध्यम से की गई निगरानी में पकड़ में आई हैं. जिला प्रशासन के रोक के बावजूद पराली जलाने का सिलसिला नहीं रुक रहा है और किसान बेधड़क होकर पराली जलाने में जुटे हैं.
जिले की तीनों तहसील में कृषि विभाग ने सैटेलाइट सर्वे द्वारा 41 मामले संज्ञान में आने की बात कही है, जिसमे पराली जलाने के कुल 11 मामले थे. कृषि विभाग द्वारा सभी किसानों पर 55 हजार जुर्माना लगाते हुए 4 किसानों से 20 हजार रुपए जुर्माना भी लिया गया है. कंबाइन हार्वेस्टर में एसएमएस लगाने बावजूद बिना एसएमएस चालू कर धान की कटाई करने वाले 4 हार्वेस्टर स्वामियों को नोटिस देते हुए हिदायत दी गई है. उन्हें कहा गया कि है कि दोबारा पराली में आग लगाने के लिए दोषी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज को जाएगी.
उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी रंजीत चौरसिया ने बताया कि जनपद में अभी तक 41 घटनाएं सैटेलाइट के माध्यम से प्राप्त हुई है. 11 में पराली जलाने की घटना की पुष्टि हुई है. इसमें कृषि विभाग के कर्मचारी और लेखपाल द्वारा इसकी पुष्टि की गई है और इसमें 55 हजार का जुर्माना लगाया गया है. अब तक 20 हजार रुपए जुर्माने की वसूली की गई है और इसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
उन्होंने आगे बताया कि हर दिन टीम क्षेत्र में भ्रमणशील है कि कोई पराली न जला पाए. चार ऐसे कंबाइन हार्वेस्टर प्राप्त हुए हैं जिसमें पता चला है की कंबाइन में एसएमएस तो लगी हुई थी, लेकिन उसे बिना चलाए हुए कटाई का काम कर रहे थे. दोबारा ऐसे कार्य में पाए जाने पर सीजर की कार्रवाई की जाएगी. (नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट)
मथुरा - 75
पीलीभीत - 54
शाहजहांपुर - 52
बाराबंकी - 51
फतेहपुर - 41
अलीगढ़ - 40
हरदोई - 37
सीतापुर - 22
खीरी - 22
झांसी - 19
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today