Tiger Death: पहले दिया बाघ को जहर, फिर शव को टुकड़ों में काटा, अब हत्‍थे चढ़ा हत्‍यारा

Tiger Death: पहले दिया बाघ को जहर, फिर शव को टुकड़ों में काटा, अब हत्‍थे चढ़ा हत्‍यारा

बदला लेने की सोच के साथ कुछ शरारती तत्वों ने बाघिन को जहर देकर मार डाला. जहर देकर मारने के अलावा मृत बाघिन का शव 250 किग्रा का होने के कारण आरोपियों ने सीधे दफनाने का प्रयास किया, लेकिन इसे नहीं खींच पाए. इसके बाद उन्होंने शव को टुकड़ों में काट दिया. कुछ हिस्से जंगल में छोड़े गए, जबकि कुछ पत्तियों के नीचे दबा दिए गए. 

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Tiger Death: पहले दिया बाघ को जहर, फिर शव को टुकड़ों में काटा, अब हत्‍थे चढ़ा हत्‍यारा कर्नाटक में बेदर्दी से हुई बाघिन की हत्‍या (सांकेतिक तस्‍वीर)

कर्नाटक के मैसूर में पिछले दिनों एक बाघ को बेदर्दी से मार दिया गया है. एमएम हिल्स वाइल्डलाइफ डिविजन में एक और बाघ की मौत के बाद हनूर फॉरेस्‍ट रेंज में बाघ को जहर देकर मारा गया. अब इस मामले में वन विभाग ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्‍ट्स (पीसीसीएफ) स्मित बिजूर की अगुवाई में टीम ने शनिवार को हनूर का दौरा किया और जांच में तेजी लाने के लिए कार्रवाई की. 

2 अक्‍टूबर की घटना 

2 अक्टूबर को मिले 12 साल की बाघिन के शव की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह संदेह पैदा हुआ है कि उसे जहर दिया गया था. वन अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है, जिसमें जानवर को तीन टुकड़ों में काटा गया था. अधिकारियों का कहना है कि यह बाघिन उस समय पालतू पशुओं को निशाना बना चुकी थी जो जंगल के किनारे आ गए थे.

बदला लेने की सोच के साथ कुछ शरारती तत्वों ने बाघिन को जहर देकर मार डाला. जहर देकर मारने के अलावा मृत बाघिन का शव 250 किग्रा का होने के कारण आरोपियों ने सीधे दफनाने का प्रयास किया, लेकिन इसे नहीं खींच पाए. इसके बाद उन्होंने शव को टुकड़ों में काट दिया. कुछ हिस्से जंगल में छोड़े गए, जबकि कुछ पत्तियों के नीचे दबा दिए गए. 

वन अधिकारियों का अनुमान है कि इस अपराध को तीन से ज्‍यादा लोगों ने अंजाम दिया है. जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने जहर के सबूत मिटाने के लिए बाघिन के कुछ अंग निकाल दिए. स्निफर डॉग्स ने गंध का पीछा करते हुए इसे पचचे डोड्डी गांव के एक घर तक ट्रेस किया. यहां एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य अब भी फरार हैं. 

जिन किसानों का नुकसान, उन्‍हें मिले मुआवजा 

इस बीच, वन मंत्री एश्वर खंडरे ने अधिकारियों को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों को स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बातचीत शुरू करने, एमएम हिल्स को टाइगर रिजर्व घोषित करने पर विचार करने, वन के किनारे वाले गांवों में पालतू पशुओं का डेटा एकत्र करने और जंगली जानवरों द्वारा मारे गए मवेशियों के लिए किसानों को समय पर मुआवजा सुनिश्चित करने का आदेश दिया. 

तेजी से पूरी हो प्रक्रिया 

खंडरे ने अधिकारियों को कानूनी प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने, दोषियों को सजा दिलाने, और आउटसोर्स किए गए स्टाफ को समय पर वेतन और मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. वन मंत्री ने हाल ही में चन्नपटना के पास एक हाथी के करंट लगने की घटना का हवाला देते हुए कहा कि इस साल अब तक सात हाथियों की मौत करंट लगने के कारण हो चुकी है. उन्होंने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तुरंत उपाय करने का आदेश दिया.

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