Rural Business Ideas: ग्रामीण इलाकों में रोजगार को लेकर बड़ी कशमकश रहती है. अधिकतर लोग गांव में रहकर रोजी-रोटी कमाना चाहते हैं, ताकि गांव से जुड़े रहें. लेकिन, गांव में रहकर नौकरी करना किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में लोग खुद का रोजगार शुरू कर ना सिर्फ अपने लिए बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने का काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज हम ग्रामीणों युवाओं को तीन ऐसे बिजनेस आइडिया की जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें गांव में रहकर थोड़ी सी पूंजी से शुरू किया जा सकता है, जो आय में बढ़ोतरी करने में मददगार साबित हो सकते हैं. आइये जानते हैं कि क्या है वो टॉप 3 विलेज बिजनेस आइडिया (Village Business Ideas)...
भारत के हर घर में दूध और दूध से बने उत्पादों का इस्तेमाल दिल खोलकर किया जाता है. ऐसे में दूध का उत्पादन उतना नहीं हो पाता है जितनी ज्यादा इसकी मांग है. शादियों के सीजन में लोगों को दूध के लिए लंबी बुकिंग करनी पड़ती है, तब जाकर लोगों को समय पर दूध मिल पाता है. डिमांड और सप्लाई को देखते हुए ग्रामीण युवा डेयरी व्यवसाय खोलकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. डेयरी खोलने में सरकार भी आपकी मदद करने को तैयार है. यानि अगर आप डेयरी खोलना चाहते हैं तो सरकार आपको सब्सिडी देती है. डेयरी के बिजनेस से ना सिर्फ दूध की बिक्री कर सकते हैं बल्कि आप दूध से दही, मक्खन, घी, छाछ, पनीर आदि उत्पाद बनाकर उसे बेचकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: अब किसानों को मिलेगी क्यूआर कोड वाली जमाबंदी, कृषि कर्ज लेना होगा आसान
मिट्टी की घटती उर्वरक क्षमता को देखते हुए सरकार लगातार किसान भाइयों को जैविक खेती की ओर रुख करने का सुझाव देती रहती है ताकि, रासायनिक खेती पर अंकुश लगाया जा सके. इस वजह से सरकार जैविक खेती करने पर जोर दे रही है. रासायनिक खाद से ना सिर्फ भूमि को नुकसान पहुंचता है बल्कि स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में ग्रामीण पढ़े-लिखे युवा जैविक खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाकर इसे रोजगार में बदलकर काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके पीछे का मुख्य कारण ये कि मौजूदा समय में देश के अंदर जैविक उत्पादों का एक अलग बाजार विकसित हुआ है. जिन्हें बेचना भी आसान है.
ये भी पढ़ें: Climate Change की वजह से ही भारत में टिड्डी दल का फसलों पर हमल
वहीं जैविक खेती के लिए सरकार काफी सहायता प्रदान कर रही है. इसके लिए सरकार 75 से लेकर 90 प्रतिशत तक सब्सडी का लाभ प्रदान करती है. जैविक खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार की ओर से 9 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर की दर से सहायता दी जा रही है. इस राशि में जैविक बीज के लिए 1500 रुपए, जैविक खाद के लिए एक हजार रुपए और हरी खाद के लिए 1000 रुपए शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: प्याज की खेती करने की बना रहे हैं योजना, इन बातों का रखें ध्यान
मुर्गी पालन एक ऐसा बिजनेस हैं, जो कम लागत के साथ अधिक कमाई वाला माना जाता है. सर्दियों के मौसम में अंडे और चिकन की मांग काफी बढ़ जाती है, जिससे, इस बिजनेस से काफी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है. लोग ठंड के कहर से बचने के लिए हर रोज मुर्गी के अंडे या फिर मांस का सेवन करते हैं. हालांकि मुर्गी के अंडे और चिकन की मांग पूरे साल बनी रहती है, लेकिन, सर्दियों में इसकी मांग दोगुनी हो जाती है. इसलिए मुर्गी पालन का यह बिजनेस ठंड के मौसम में काफी लाभदायक माना जाता है. अगर आप मुर्गी पालन के लिए लोन लेना चाहते हैं तो आपको बता दें आप कोई भी सरकारी बैंक से लोन ले सकते है. पोल्ट्री फार्मिंग पर अधिकांश राज्य सरकार 25 से 30 फीसदी अनुदान देती है. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 5 हजार मुर्गी के फार्म के लिए 3 लाख रुपए का लोन देती है. बैंक लोन के भुगतान के लिए आपको 5 वर्ष की समय देती है.
ये भी पढ़ें: ऐसे करें ड्रैगन फ्रूट की खेती, कम उपजाऊ जमीन में भी मिलेगी अच्छी पैदावार
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today