कृषि क्षेत्र में तेजी से निवेश और निर्यात बढ़ा है, जिससे एग्री प्रोफेशनल्स मांग बढ़ गई है. अगर आप एमबीए की पढ़ाई करने की सोच रहे हैं तो आपके पास एग्रीकल्चर से एमबीए करने का मौका है. जुलाई सत्र के लिए ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है. एग्रीकल्चर सेक्टर में प्रोफेशनल्स की ज्यादा मांग और जरूरत को देखते हुए निजी सेक्टर में नौकरी के शानदार अवसर तो हैं ही सरकारी क्षेत्र में भी मोटे पैकेज वाली नौकरी हासिल की जा सकती है. खास बात यह है कि एग्रीकल्चर से एमबीए करने के लिए किसी भी स्ट्रीम से बैचलर डिग्री वालों को पात्रता दी गई है.
ग्रामीण युवाओं को कृषि क्षेत्र में बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है, जबकि बीते कुछ वर्षों में कृषि क्षेत्र में तेजी से निवेश और निर्यात बढ़ा है, जिससे प्रोफेशनल्स की मांग और भी तेजी से बढ़ गई है. भारत ही नहीं दुनियाभर में एग्रीकल्चर बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है. कारोबारी साल 2023-24 में देश का कृषि निर्यात अप्रैल से फरवरी के दौरान 43 अरब डॉलर से अधिक रहा है और अभी यह बढ़ रहा है.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी इग्नू (IGNOU) के पीआरओ राजेश शर्मा के अनुसार इग्नू का कृषि विद्यालय अब मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (कृषि व्यवसाय प्रबंधन) यानी Master of Business Administration(Agribusiness Management) शुरू कर रहा है. इसका उद्देश्य कृषि व्यवसाय और किसान अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए स्किल्ड प्रोफेशनल्स को तैयार करना है. इग्नू का यह ओपन एंड डिस्टेंस मोड (ODL) के जरिए देश में उपलब्ध कराया जा रहा अपनी तरह का पहला कोर्स है.
इसके अलावा कई यूनिवर्सिटी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर एग्री बिजनेस, एग्रीकल्चर क्रॉप मैनेजमेंट, एग्रीकल्चर बिजनेस मैनेजमेंट जैसे कोर्स संचालित कर रही हैं. उनमें भी प्रवेश लिया जा सकता है.
इग्नू के MBA Agribusiness Management कोर्स के जरिए कृषि, खाद्य, ग्रामीण और इससे जुड़े क्षेत्रों में प्रोफेशनल्स को नौकरी के खूब अवसर हैं. वह एग्रीकल्चर बिजनेस चेन में काम कर सकते हैं. किसानों, बिचौलियों और व्यापारियों के बीच स्टार्टअप और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोफेशनल्स की मांग रहती है. जबकि, गैर सरकारी संगठनों, सहकारी समितियों, एफपीओ, एसएचजी, कॉर्पोरेट संस्थाओं और वित्तीय और मार्केटिंग संस्थाओं में भी एग्रीकल्चर प्रोफेशनल्स की खूब मांग हैं.
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