किसानों की आवाज बना किसान कारवांकिसान तक का किसान कारवां आज से शुरू हो चुका है. 29 दिसंबर को पहले दिन, इस कारवां का पहला पड़ाव अमरोहा के गजरौला में पहुंचा है. यहां सैकड़ों की संख्या में किसान जुटे हैं. आपको बता दें किसान कारवां पहले दिन अमरोहा के गजरौला के जलालपुर गांव में पहुंचा. इस कार्यक्रम में कई प्रगतिशील किसानों ने मंच पर आकर अपने अनुभव बताए. चन्द्रपाल सिंह, चन्द्रभान सिंह, नरेश, राजेन्द्र और राजीव कुमार जैसे किसानों ने अपनी खेती की सफलता की बातें सैकड़ों किसानों के साथ साझा कीं. उन्होंने बताया कि मेहनत, सही जानकारी और सरकारी मदद से खेती में अच्छा परिणाम मिल सकता है.
इस कार्यक्रम में कई प्रगतिशील किसानों ने मंच पर आकर अपने अनुभव बताए. चन्द्रपाल सिंह, चन्द्रभान सिंह, नरेश, राजेन्द्र और राजीव कुमार जैसे किसानों ने अपनी खेती की सफलता की बातें सैकड़ों किसानों के साथ साझा कीं. उन्होंने बताया कि मेहनत, सही जानकारी और सरकारी मदद से खेती में अच्छा परिणाम मिल सकता है. जलालपुर की महिला किसान अंजली ने बताया कि अब इस महिलाएं इस सरकार में खूब सुरक्षित हैं. एक दूसरी महिला किसान अर्चना ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए.
एक किसान शशि प्रकाश ने कहा कि योगी सरकार में अब अब 18 घंटे बिजली मिल रही है, हम बहुत खुश हैं. ग्राम पंचायत सदस्य (महेश्वरा) अनीस अहमद ने बताया कि इस सरकार में गुंडागर्दी खत्म हो गई और योगी सरकार से किसान खुश हैं. महेश्वरा के ग्राम प्रधान श्योमनाथ सिंह ने कहा कि योगी जी का डंडा चल रहा है इस वजह से अधिकारी राइट चल रहे हैं. इस दौरान किसान हनीफ ने कहा कि अब कोई पैसे नहीं मांगता, गन्ने के बिचौलिए खत्म हो गए हैं.
किसानों ने बताया कि योगी सरकार के समय में गन्ना और दूसरी फसलों के सही दाम मिल रहे हैं. महिलाओं ने कहा कि वे खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं. हालांकि किसानों ने यह भी कहा कि फसलों के दाम को लेकर सरकार को और ध्यान देना चाहिए.
इस दौरान गांव के किसानों के साथ यहां की ग्राम प्रधान बंटी यादव के साथ महेश्वरा ग्राम प्रधान श्योमनाथ सिंह, मीरापुर ग्राम पंचायत से सतेन्द्र सिंह, धनौरीमाफ़ी ग्राम पंचायत से हरविन्दर सिंह और देहरा धनश्याम ग्राम पंचायत से सुरेन्द्र सिंह यादव मौजूद रहे. इतना ही नहीं किसान कारवा में विशेषज्ञों की भागीदारी भी रही. इस अवसर पर खेती-किसानी से जुड़े कई विशेषज्ञ भी मौजूद रहे. केवीके अमरोहा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एके मिश्रा के साथ डॉ. अमित तोमर वैज्ञानिक भी मौजूद थे.
किसान तक के किसान कारवां में किसानों को अपनी बात कहने और अपनी समस्याएं रखने का मौका मिला. यहां किसानों की सराहना भी की गई, जिससे उनका मनोबल बढ़ा. यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार और इंडिया टुडे ग्रुप (किसान तक) की मिलकर की गई पहल है. यह किसान कारवां 29 दिसंबर से शुरू होकर मई तक चलेगा और उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में जाएगा.
अमरोहा जिले के गजरौला ब्लॉक के जलालपुर कलां पंचायत में बड़ी संख्या में पुरुष और महिला किसान शामिल हुए. किसानों को खेती से जुड़ी अलग-अलग सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई, जिससे वे अपनी खेती को और बेहतर बना सकें.
कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को जलवायु परिवर्तन के समय में सही खेती के तरीके बताए. उन्होंने जैविक खेती पर जोर दिया और कहा कि कम रासायनिक खाद और ज्यादा जैविक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी अच्छी रहती है. साथ ही फसल चक्रण यानी अलग-अलग फसलें बोने से मिट्टी की सेहत सुधरती है और फसल भी ज्यादा होती है.
अमरोहा के किसानों ने कहा कि यहां गन्ने की खेती बहुत अच्छी होती है. अब गन्ने का पैसा 15 दिनों के अंदर सीधे उनके बैंक खाते में आ जाता है. किसानों का कहना है कि पहले ऐसा नहीं था, 10-10 साल तक पैसा नहीं मिल पाता था, लेकिन अब व्यवस्था सुधरी है.
किसानों ने बताया कि गेहूं, चना और दूसरी फसलों का भुगतान भी अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर समय से मिल रहा है. इससे उनकी आमदनी बढ़ी है और जीवन बेहतर हुआ है. खासकर अगर गन्ना के किसानों की बात करें तो पहले जहां गन्ने का पैसा सालों बाद मिलता था, अब वह दिनों में मिल जाता है. इससे किसान खुश हैं और उन्हें सरकार पर भरोसा है.
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