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मसालों में केमिकल इस्तेमाल पर भारत ने उठाया बड़ा कदम, वैश्विक स्तर पर यूज लिमिट और टेस्ट स्टैंडर्ड तय होंगे 

मसालों में केमिकल इस्तेमाल पर भारत ने उठाया बड़ा कदम, वैश्विक स्तर पर यूज लिमिट और टेस्ट स्टैंडर्ड तय होंगे 

भारतीय मसाला बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय कोडेक्स समिति के साथ एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) के इस्तेमाल के लिए लिमिट तय करने की जरूरत का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है. क्योंकि दुनियाभर के देशों में इसके इस्तेमाल के लिए अलग-अलग लिमिट है.

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केंद्र ने मसाला में स्टरलाइजिंग एजेंट के रूप में ईटीओ के इस्तेमाल पर रोक लगाई है. केंद्र ने मसाला में स्टरलाइजिंग एजेंट के रूप में ईटीओ के इस्तेमाल पर रोक लगाई है.

भोजन पकाने में इस्तेमाल किए जाने वाले मसालों में एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) के इस्तेमाल की लिमिट और परीक्षण मानक तय करने के लिए भारत ने पहल की है. वर्तमान में इसे इस्तेमाल को लेकर मानक तय नहीं हैं. भारत ने इंटरनेशनल फूड स्टैंडर्ड अथॉरिटी कोडेक्स से इस मामले पर बातचीत शुरू की है. बता दें कि बीते महीने हांगकांग और सिंगापुर ने भारतीय मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट को सेहत के लिए हानिकारक बताया था. कहा था कि दोनों मसालों में एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) का इस्तेमाल किया गया है, जिससे कैंसर का खतरा होता है. 

भारतीय मसाला बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय कोडेक्स समिति के साथ एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) के इस्तेमाल के लिए लिमिट तय करने की जरूरत का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है. क्योंकि दुनियाभर के देशों में इसके इस्तेमाल के लिए अलग-अलग लिमिट है. रिपोर्ट के अनुसार कोडेक्स ने अभी तक कोई लिमिट तय नहीं की है. इसके अलावा एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) परीक्षण के लिए कोई मानक नहीं है. बता दें कि एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) मसालों में स्टरलाइज़िंग एजेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला एक रसायन है, जिसे तय लिमिट से अधिक इस्तेमाल पर कैंसर का कारण माना जाता है. 

मसाला शिपमेंट की टेस्टिंग मैंडेटरी

भारतीय मसाला ब्रांड को लेकर शिकायत आने और उन्हें बैन किए जाने पर मसाला बोर्ड सख्ती बरत रहा है. हांगकांग और सिंगापुर को भारतीय मसाला निर्यात की सेफ्टी और क्वालिटी पक्की करने के लिए कदम उठाए हैं. बोर्ड ने इन दोनों देशों को भेजी जाने वाली ऐसी शिपमेंट का परीक्षण करना अनिवार्य कर दिया है. एक समिति ने वजह को एनालाइज किया है और प्रॉसेसिंग फेसेलिटी का निरीक्षण किया है. इसके अलावा मान्यता प्राप्त लैब्स में परीक्षण के लिए नमूने एकत्र किए हैं.

मसाला में ईटीओ के इस्तेमाल पर रोक 

मसाला बोर्ड ने हाल ही में गाइडलाइन जारी की है जिसके तहत निर्यातकों को मसालों की शिपमेंट माइक्रोबियल संक्रमण कम करने के लिए स्टरलाइज़िंग एजेंट के रूप में ईटीओ का उपयोग करने के खिलाफ सलाह दी है. इसके साथ ही ईटीओ की जगह स्ट्रीम स्टरलाइज़ेशन विकल्प के रूप में इस्तेमाल के लिए सुझाव दिया है. बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में भारत का मसाला निर्यात कुल 4.25 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया है, जो वैश्विक मसाला निर्यात का 12 फीसदी है. 

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