गर्मी का मौसम आते ही मार्केट में मीठे और रसीले आमों की मांग बढ़ जाती है. आम में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको अपने घर के आंगन या टैरेस में आम का पौधा लगाने से भी मिल जाएंगे. ऐसे में अगर आप भी साल भर रसीले और ताजे आम का आनंद लेना चाहते हैं, तो आप आम की बौनी किस्म अंबिका को उगा सकते हैं. दरअसल, वैज्ञानिकों ने फलों के राजा आम की ऐसी किस्म विकसित की है जो न केवल मनमोहक है बल्कि इसमें हर वर्ष फलने की क्षमता है और यह कैंसर रोधी गुणों के अलावा विटामिन-ए से भरपूर है, जिसके कारण बाजार और किसानों में इसकी भारी मांग है.
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ ने आम की संकर किस्म अंबिका को विकसित की है, जो अपने सुंदर रंगों और स्वाद के कारण सबका मन मोह लेती है. लाल रंग होने के कारण इस किस्म पर सब का ध्यान चला जाता है, हर साल फल आने की खासियत इसे एक साल छोड़कर फलने वाली आम की किस्मों से अधिक महत्वपूर्ण बनाती है. ये किस्म देखने में मनमोहक होने के साथ ही खाने में भी स्वादिष्ट है. साथ-साथ पौष्टिकता से भरपूर भी है. वहीं, अंबिका किस्म के फल टिकाऊ और जल्दी खराब नहीं होते हैं.
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आमतौर पर घर में छोटे से स्थान में भी आम के शौक़ीन लोग इसकी खेती आसानी से कर सकते हैं. वहीं, गमले में अंबिका आम का पौधा उगाने के लिए आप बड़ा और गहरा गमला लें, ताकि जब पौधा बढ़ने लगे, तो इसकी जड़ों को फैलने के लिए अच्छी जगह मिले. फिर आम के पौधे के लिए मिट्टी को तैयार करें. इसके बाद अच्छा पॉटिंग मिक्स तैयार करें. इसके लिए आप 50 फीसदी खेत की मिट्टी, 20 फीसदी गोबर की खाद, 20 फीसदी वर्मीकंपोस्ट या घर की बनाई खाद और 10 फीसदी अन्य पोषक तत्वों को मिला दें. इसके बाद गमले में पौधे को लगा दें. कुछ सालों में आपका पौधा फल देने लगेगा.
आम की इस किस्म को देश के अलग-अलग जलवायु वाले क्षेत्रों में उगाया जा सकता है. हर साल फल देने के कारण पौधों का आकार छोटा होता है. वहीं, अंबिका आम खाने में बिल्कुल कम मीठा होता हैं. इस आम की खासियत यह है कि इसे आप एक दिन में चाहे जितना खा लें आपका शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा. यह एक रंगीन आम है. बाजार में भी यह आम शुगर फ्री नाम से ही काफी मशहूर है. लोग इसे शुगर फ्री आम के नाम से ही बेचते हैं और खरीदते हैं. यह आम किलो में नहीं बल्कि प्रति पीस के भाव में बिकता है. बाजार में इसकी कीमत 100 से 250 रुपये किलो तक होती है.
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